पूर्व कप्तान ने रोरी बर्न्स की तकनीक पर सवाल उठाते हुए दिया बड़ा बयान

Australia v England - 1st Test: Day 1
Australia v England - 1st Test: Day 1

इंग्लैंड का प्रदर्शन पिछले कुछ समय से टेस्ट में उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहा है और कुछ वैसे ही एशेज (Ashes 2021-22) में भी देखने को मिल रहा है। इसके पीछे प्रमुख वजह उनके ओपनर रोरी बर्न्स का खराब प्रदर्शन है, जो काफी समय से बल्ले के साथ जूझ रहे हैं। एशेज के शुरुआती दो मैचों में यह बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर पाया। बर्न्स के कुछ समय से खराब प्रदर्शन को इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलिस्टेयर कुक ने बड़ी प्रतिक्रिया दी है। कुक ने हालिया खराब प्रदर्शन को लेकर बर्न्स की अनोर्थोडोक्स तकनीक को जिम्मेदार ठहराया है।

कुक की यह प्रतिक्रिया एशेज के दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड की पहली पारी के दौरान बर्न्स के आउट होने के बाद आई। एडिलेड में खेले जा रहे टेस्ट में इंग्लैंड की पहली पारी में बर्न्स 4 रन बनाकर आउट हुए थे। उन्हें मिचेल स्टार्क ने स्लिप में स्टीव स्मिथ के हाथों कैच आउट कराया था।

कुक ने कहा कि बर्न्स की तकनीक ने उन्हें काउंटी क्रिकेट में काफी रन दिए हैं, लेकिन उन्हें प्लेइंग इलेवन में अपनी जगह पक्की करने के लिए अपनी मौजूदा तकनीक पर फिर से विचार करना होगा। बीटी स्पोर्ट से बात करते हुए कुक ने कहा,

वह अब लगभग उस बिंदु पर है जहां अगर वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अगला कदम उठाना चाहता है, तो क्या उसे फिर से अपनी तकनीक पर ध्यान देना होगा?

कुक ने आगे कहा,

वह काउंटी क्रिकेट में इस तकनीक के साथ काफी कंसिस्टेंट रहे हैं। इसी के साथ उन्हें टिकना होगा। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आपसे हमेशा कहा जाता है, 'काउंटी क्रिकेट में आप जो करते हैं वह करें, अपने खेलने के तरीके को न बदलें।' यह शायद अब उस प्लेटफॉर्म पर पहुंच रहा है जहां उसे खुद बैठना होगा और कहना होगा, 'मुझे सुधार करने की क्या ज़रूरत है?'

यह रोरी बर्न्स के हाथों में है - एलिस्टेयर कुक

कुक का मानना है कि बर्न्स अभी भी अपने एप्रोच से सफलता हासिल कर सकते हैं लेकिन उन्हें और कंसिस्टेंट होना पड़ेगा। पूर्व कप्तान ने कहा,

कुछ मौकों पर बर्न्स ने इसी एप्रोच से रन बनाये हैं। लेकिन अपनी पारी की शुरुआत में ज्यादा कंसिस्टेंट बल्लेबाजी के लिए, मुझे लगता है कि उन्हें इस बारे में सोचने की जरूरत है कि वह अपने बल्ले को नीचे कैसे लाते हैं।
यह अभी भी रोरी बर्न्स के हाथों में है। उसके पास (दूसरी पारी में) एक और मौका है कि हम जिस चीज के बारे में बात कर रहे हैं वह उसे खत्म कर दें। क्या वह इसमें सुधार कर और प्रदर्शन कर सकता है? यदि वह शतक बनाता है तो उसे कुछ और मैच खेलने को मिलेंगे क्योंकि उसने यह अधिकार हासिल किया है।

रोरी बर्न्स ने दूसरी पारी में डटकर बल्लेबाजी का प्रयास किया लेकिन वह सेट होने के बाद आउट हो गए। अपनी पारी में बर्न्स ने 95 गेंदों का सामना किया और 34 रन बनाये।

Quick Links

Edited by Prashant Kumar