ऑस्ट्रेलिया की टीम ने एडिलेड टेस्ट मैच (Ashes Series) के पहले दिन का खेल समाप्त होने तक 2 विकेट पर 221 रन बनाए। हालांकि टीम ने बेहतरीन बल्लेबाजी की लेकिन यह थोड़ी धीमी भी रही। डेविड वॉर्नर और मार्नस लैबुशेन ने टिककर बल्लेबाजी की। वॉर्नर शतक से चूक गए। इसको लेकर लैबुशेन ने बयान दिया है। उन्होंने खुद की बल्लेबाजी को लेकर भी प्रतिक्रिया दी है।
मार्नस लैबुशेन ने दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा कि मुझे लगता है कि अंतिम सेशन ने वास्तव में हमारी परीक्षा ली और हमें कल के लिए तैयार किया। संभवत: अंतिम चरण दिलचस्प था और मेरे धैर्य की परीक्षा हुई, बटलर द्वारा कैच ड्रॉप करना अविश्वसनीय था, लेकिन मेरा काम उसका फायदा उठाना है। कल कोई मौका नहीं मिलेगा। डेवी (वॉर्नर) अपनी पारी के बारे में अच्छे थे। वह धैर्यवान थे और बिना स्कोर किये कई गेंदों को छोड़ दिया। वह 95 रन पर आउट हो गए, मुझे बुरा लग रहा है लेकिन वह इसे जरुर प्राप्त करेंगे। दोनों की चर्चा गेंदबाजों के सिर को चुभ रही होगी इसलिए हम दोनों एक पत्थर इसलिए शायद हम दो पत्थर के दो पक्षी हैं।
गौरतलब है कि डेविड वॉर्नर ने ब्रिस्बेन टेस्ट मैच की पहली पारी में भी धाकड़ बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए 94 रन बनाए थे। वह दूसरी पारी में पसली की चोट के कारण खेलने नहीं उतरे थे। अब एडिलेड टेस्ट में एक बार फिर से उनके बल्ले से रन निकले हैं। लगातार दो पारियों में वह अपना शतक पूरा करने से चूके हैं।
मार्नस लैबुशेन के साथ मिलकर डेविड वॉर्नर ने दूसरे विकेट के लिए शतकीय साझेदारी निभाई। लैबुशेन दिन के अंत तक टिके रहे और आउट नहीं हुए। वह 95 रन बनाकर नाबाद लौटे। स्टीव स्मिथ भी 18 रन के निजी स्कोर पर नाबाद लौटे। दूसरा दिन दोनों टीमों के लिए अहम रहेगा।