जीवनी
डेविड वॉर्नर एक ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर हैं, जिनका जन्म न्यू साउथ वेल्स के पैडिंगट में 27 अक्टूबर 1986 को हुआ था। वह मुख्य रूप से बाएं हाथ के बल्लेबाज और दाएं हाथ के लेग ब्रेक गेंदबाज हैं। वह 2015 में विश्व कप जीतने वाली ऑस्ट्रेलिया टीम का हिस्सा रहे थे। वह प्रथम श्रेणी मैच खेले बिना ऑस्ट्रेलिया के लिए पदार्पण करने वाले 1877 के बाद पहले खिलाड़ी बने।
अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 11 जनवरी 2009 को अंर्राष्ट्रीय टी-20 में वॉर्नर ने रिकॉर्ड तोड़ डेब्यू किया था। उन्होंने 64 गेंदों पर 89 रन की पारी खेली थी, जिसमें 7 चौके और 6 छक्के शामिल थे। कंगारुओं ने यह मैच 52 रनों से जीत लिया था। उनका शानदार फॉर्म जारी रहा और जल्द ही उन्होंने एकदिवसीय मैचों में भी खेलना शुरू कर दिया।
उनका वनडे डेब्यू 18 जनवरी 2009 को होबार्ट में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हुआ था। हालांकि, यहां वह सिर्फ 5 रन बनाकर आउट हो गए थे। अपने करियर की शुरुआत के दो साल बाद वॉर्नर ने 1 दिसंबर 2011 को न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया।
तीनों प्रारूपों के बेहतरीन बल्लेबाज
अपने करियर के पांचवें टेस्ट मैच में इस खिलाड़ी ने भारत के खिलाफ सिर्फ 69 गेंदों पर शतक लगा दिया। उन्होंने 20 टी-20 मैचों में 4 अर्धशतक की बदौलत 26.72 के औसत से टीम में अपना स्थान मजबूत कर लिया था। वॉर्नर ने वर्ल्ड कप 2015 में पर्थ में अफगानिस्तान के खिलाफ 178 रनों का विशाल स्कोर बनाया। विश्व कप के ठीक बाद उन्हें स्टीव स्मिथ की कप्तानी में उप-कप्तान नियुक्त कर दिया गया।
क्लब करियर
वॉर्नर 2007 से न्यू साउथ वेल्स ब्लूज़ का अभिन्न हिस्सा रहे हैं। काउंटी क्रिकेट में उन्होंने डरहम और मिडलसेक्स क्लब के लिए क्रमश: 2009 और 2010 में क्रिकेट खेला है। वह 2011-12 में सिडनी थंडर के लिए और 2012-13 में बिग बैश लीग में सिडनी सिक्सर्स के लिए खेल चुके हैं।
आईपीएल में वॉर्नर 2009 से 2013 तक दिल्ली डेयरडेविल्स के साथ रहे। वह 2014 में सनराइजर्स हैदराबाद में चले गए और उन्हें टीम का कप्तान नियुक्त किया गया। 2016 में उनकी ही कप्तानी में सनराइजर्स हैदराबाद ने अपना पहला आईपीएल खिताब जीता। उन्होंने अगले सीज़न में अपनी शानदार फॉर्म को जारी रखा और टीम को प्लेऑफ तक पहुंचाया।
एक साल का लगा प्रतिबंध
वह बॉल टैंपरिंग की वजह से वॉर्नर पर एक साल का बैन लगा और उन्हें उपकप्तानी से भी हटा दिया गया। हालांकि जब आईपीएल के 2019 संस्करण में फिर से वह क्रिकेट खेलने आए तो उन्होंने टूर्नामेंट में सबसे अधिक रन बनाए। इसके अलावा 2019 वर्ल्ड कप में भी उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया।