ऑस्ट्रेलिया (Australia) के खिलाफ ब्रिस्बेन के गाबा में इंग्लैंड (England) की दूसरी पारी के दौरान बेहतरीन बल्लेबाजी का प्रदर्शन करने वाले इंग्लिश खिलाड़ी डेविड मलान (Dawid Malan) ने प्रतिक्रिया दी है। मलान ने तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक 80 रन बनाए। उन्होंने अपने टेस्ट जीवन में आए विचारों अक जिक्र किया है जिनमें उनको ऐसा भी लगा था कि अब वह टेस्ट मैच नहीं खेल पाएंगे।
चार साल पहले पर्थ में शतक जड़ने वाले मलान ने ब्रिस्बेन टेस्ट का तीसरा दिन समाप्त होने के बाद कहा कि मैंने सोचा कि अब मैं अन्य टेस्ट मैच कभी नहीं खेल पाऊंगा। जब मैं 40 या 50 रन के निजी स्कोर पर खेल रहा था, तब रूट से मैंने यही कहा था। उस समय हम दोनों समान स्कोर पर खेल रहे थे।
मलान ने आगे कहा कि टेस्ट क्रिकेट मेरे लिए शिखर है। आप टी20 क्रिकेट, 50 ओवर के क्रिकेट या किसी भी अन्य प्रारूप में जैसा चाहें वैसा कर सकते हैं, लेकिन आपको आपके टेस्ट करियर से बहुत आंका जाता है। ऑस्ट्रेलिया आना और इन उछाल वाले विकेटों पर गुणवत्ता वाले तेज गेंदबाजों के खिलाफ खेलना ही असली परीक्षा है।
गौरतलब है कि गाबा टेस्ट मैच में पहले दिन पहली पारी में इंग्लैंड का प्रदर्शन खराब रहा था। कंगारू गेंदबाजों के खिलाफ बल्लेबाजों ने एकदम आत्मसमर्पण कर दिया था। इंग्लैंड की टीम पहली पारी में 147 रन बनाकर आउट हो गई। जवाब में खेलते हुए ऑस्ट्रेलिया ने बेहरतीन बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए पहली पारी में 425 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया। उनके लिए ट्रेविस हेड ने बेहतरीन बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए 152 रनों की पारी खेली। इस तरह कंगारुओं को एक बड़ी बढ़त हासिल हुई।
दूसरी पारी में खेलते हुए इंग्लैंड ने भी अपना कैरेक्टर दिखाया और अच्छी बैटिंग की। तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक स्कोर 2 विकेट पर 220 रन था। मलान 80 और रूट 86 रन बनाकर क्रीज पर थे।