एशेज (Ashes 2021-22) के पहले टेस्ट में इंग्लैंड (England Cricket Team) ने अपनी गेंदबाजी आक्रमण में जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड जैसे दिग्गजों को बाहर बिठाया था। इंग्लैंड की गेंदबाजी साधारण रही और पहले ही मैच में टीम को करारी हार मिली। इंग्लिश टीम की हार के बाद कई दिग्गजों ने उनके चयन पर सवाल उठाये और सभी ने दोनों दिग्गज तेज गेंदबाजों में से किसी को भी ना खिलाने पर सवाल खड़े किये। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज जेसन गिलेस्पी ने भी इंग्लैंड की गेंदबाजी पर सवाल उठाया है लेकिन उन्होंने तेज गेंदबाजी विभाग में नहीं, बल्कि स्पिन विभाग पर निशाना साधा और गेंदबाजी की सबसे कमजोर कड़ी बताया।
गिलेस्पी ने हाल ही में कहा था कि इंग्लिश पेस अटैक को लेकर कोई बड़ी चिंता नहीं है, लेकिन उन्हें सफलता हासिल करने के लिए फिंगर स्पिनरों से आगे देखना होगा। डेली मेल के लिए अपने कॉलम में, पूर्व क्रिकेटर ने इस बात पर जोर दिया कि किस तरह ऑस्ट्रेलियाई टीम हमेशा ही फिंगर स्पिनरों पर दबाव बनाती है।
उनका मानना है कि अगर जैक लीच की जगह अगले मैच में जो रुट बदलाव करते हुए डॉम बेस को भी शामिल करते हैं, तब भी इससे कुछ फ़र्क़ नही पड़ेगाा।गिलेस्पी ने लिखा,
जो रूट के लिए सबसे बड़ी चिंता सीम डिपार्टमेंट में नहीं है। स्पिन के संबंध में देखना होगा कि वह क्या क्या करने जा रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी हमेशा से ही फिंगर स्पिनर पर दबाव बनाते हैं क्योंकि उनको ज्यादा मुश्किल नहीं आती है। इस नीति पर कड़ी मेहनत करनी होगी।
उन्होंने आगे लिखा,
आपको यह देखने के लिए आइंस्टीन होने की ज़रूरत नहीं थी कि जैक लीच को आसानी से मार पड़ेगी। वह गेंद ज्यादा टर्न नहीं कराते; गाबा में सीधी बाउंड्री बहुत बड़ी नहीं हैं, इसलिए निश्चित रूप से, ऑस्ट्रेलियाई उनके खिलाफ प्रहार करना चाह रहे थे।
इंग्लैंड ने ब्रिस्बेन में एकमात्र स्पिनर के रूप में जैक लीच को खिलाया था लेकिन यह गेंदबाज काफी महंगा साबित हुआ। लीच ने 13 ओवर की गेंदबाजी में सात से भी ज्यादा की इकॉनमी से 102 रन खर्च कर दिए और महज एक सफलता हासिल की।
समझ में नहीं आता कि मेसन क्रेन चयन क्यों नहीं किया गया - जेसन गिलेस्पी
गिलेस्पी ने इस बात पर हैरानी जताई कि इंग्लैंड ने मेसन क्रेन का समर्थन क्यों नहीं किया, जो एक अच्छे कलाई के गेंदबाज हैं। 46 वर्षीय नेथन लियोन को "अलग" कहा क्योंकि वह ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों में बड़े पैमाने पर सफलता हासिल करने वाले फिंगर स्पिनरों के समूह में शामिल थे। उन्होंने कहा,
मुझे समझ नहीं आ रहा है कि कलाई के स्पिनर मेसन क्रेन को ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों के लिए क्यों नहीं चुना गया। एक उंगली के स्पिनर के रूप में, नाथन लियोन अलग हैं। वह 400 विकेट के गेंदबाज के रूप में खेल के महान खिलाड़ियों में से एक हैं, लेकिन फिर भी वे हर 67 गेंदों पर विकेट लेते हैं। तो रूट के पास कुछ विचार करने के लिए है।
एशेज का अगला टेस्ट 16 दिसंबर से शुरू होगा और इंग्लैंड की टीम को अगर वापसी करनी है तो कप्तान जो रुट को चयन के सम्बन्ध में सोच-समझकर निर्णय लेने होंगे।