इंग्लैंड के दिग्गज तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड (Stuart Broad) ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है और इसके साथ ही उनके लंबे करियर का अंत हो गया है। ब्रॉड ने अपने संन्यास को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि अपने आखिरी मैच में आकर आखिर के दो विकेट लेकर एशेज टेस्ट जीतना काफी शानदार रहा। ब्रॉड ने इसके अलावा मोईन अली का खासतौर पर जिक्र किया जिन्होंने उनके साथ ही एक बार फिर टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है।
2007 में डेब्यू करने वाले स्टुअर्ट ब्रॉड ने अपने 17 साल के शानदार अंतर्राष्ट्रीय करियर में कुल मिलाकर 167 टेस्ट मैच, 121 वनडे इंटरनेशनल और 56 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले और इस दौरान उन्होंने कुल मिलाकर 847 विकेट हासिल किए। ब्रॉड ने 2007 में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में अपना डेब्यू किया था और टेस्ट फॉर्मेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में पांचवें नंबर पर हैं।
आखिर में आकर दो विकेट लेना काफी शानदार रहा - स्टुअर्ट ब्रॉड
स्टुअर्ट ब्रॉड ने अपने रिटायरमेंट के बाद कई सारी चीजों को लेकर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने पांचवां एशेज टेस्ट मैच खत्म होने के बाद कहा,
ये काफी शानदार मुकाबला था। इतने सालों तक मैंने कई बेहतरीन प्लेयर्स के साथ खेला। ओवल का क्राउड काफी जबरदस्त था। आखिर में आकर दो विकेट लेना बेहतरीन रहा। जब आप रिटायरमेंट का ऐलान करते हैं तो फिर ये सोचते हैं कि आपकी आखिरी गेंद पर क्या होगा लेकिन विकेट लेकर एशेज टेस्ट मैच जीतना काफी शानदार रहा। मुझे बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ गेंदबाजी करने में काफी मजा आता है। मोईन अली का मैं यहां पर खासतौर पर जिक्र करना चाहुंगा। वो काफी खास दोस्त हैं और उनके साथ खेलना काफी शानदार रहा। डेविड वॉर्नर के खिलाफ मैंने काफी रिसर्च किया था और उनको आउट करने का तरीका खोज निकाला था। आपको अपनी कमजोरी जानने के अलावा अपने मजबूत पक्ष के बारे में भी पता होना चाहिए।