पूर्व तेज गेंदबाज अशोक डिंडा (Ashoke Dinda) ने बताया है कि क्यों बल्लेबाज नेट्स में बाउंसर्स गेंदों का सामना करना पसंद नहीं करते हैं। उन्होंने इसके पीछे एक बड़ी वजह बताई है। अशोक डिंडा के मुताबिक प्रैक्टिस पिचों की क्वालिटी और नेट्स की वजह से बल्लेबाज बाउंसर्स नहीं खेलना चाहते हैं।
स्पोर्ट्सकीड़ा पर इंद्रानिल बसु के साथ खास बातचीत में अशोक डिंडा ने कहा "कई बल्लेबाजों को नेट्स में बाउंसर्स खेलने में दिक्कत होती है। इसकी वजह ये है कि नेट्स ढंके हुए होते हैं। गेंद को देखने के अलावा प्रैक्टिस विकेटों की क्वालिटी भी एक बड़ी वजह होती है। ये पिचें उतनी तैयार नहीं होती हैं जितनी की मैचों के दौरान होती हैं। प्रैक्टिस पिचों के बाउंस से इंजरी का भी खतरा रहता है। इसलिए बल्लेबाज इससे बचते हैं।"
हालांकि अशोक डिंडा ने आगे ये भी कहा कि कुछ बल्लेबाज ऐसे होते हैं जिन्हें नेट्स में बाउंसर्स पसंद होते हैं। उन्होंने कहा "सभी बल्लेबाज एक जैसे नहीं होते हैं। कई खिलाड़ी मैच के हिसाब से खुद को तैयार करने के लिए बाउंसर्स खेलना पसंद करते हैं। सौरव गांगुली जैसे खिलाड़ी नेट्स में काफी बैटिंग करते थे। जहां पर वो खेलना चाहते थे वहां पर वो मुझे गेंदबाजी के लिए कहते थे।"
ये भी पढ़ें: 3 खिलाड़ी जिन्होंने अपने आईपीएल करियर की आखिरी गेंद पर विकेट लिए हैं
अशोक डिंडा ने अपनी बेहतरीन गेंदबाजी का श्रेय सौरव गांगुली को दिया
इससे पहले अशोक डिंडा ने अपने विकेटों के लिए सौरव गांगुली को श्रेय दिया था। डिंडा के मुताबिक गांगुली ने ही उन्हें कई तरह से गेंदबाजी के बारे में बताया। डिंडा ने कहा "ग्रिप से लेकर रिस्ट पोजिशन समेत कई सारी चीजों के बारे में सौरव गांगुली ने मुझे बताया। मैंने उनसे काफी कुछ सीखा। उन्होंने मेरे लिए काफी कुछ किया। मैं अपने सभी विकेटों के लिए उनकी सलाह का एहसानमंद हूं। मेरी गेंदबाजी पर उनका काफी प्रभाव रहा। 2009 में ईडेन गार्डेन में उन्होंने मुझे बॉलिंग ग्रिप के बारे में बताया था और अपने पूरे करियर के दौरान मैंने उसका पालन किया। यंगस्टर्स के साथ भी मैं इस टिप्स को शेयर करता हूं।"
ये भी पढ़ें: 3 खिलाड़ी जिन्हें शायद ज्यादा बेस प्राइज की वजह से आईपीएल नीलामी में कोई भी टीम ना खरीदे