सीनियर ऑस्ट्रेलियन ऑलराउंडर एश्टन एगर (Ashton Agar) ने भारत दौरे से खुद को वापस ऑस्ट्रेलिया भेजे जाने को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि उनके मन में इसको लेकर कोई कड़वाहट नहीं है और वो अच्छी गेंदबाजी नहीं कर रहे थे, इसी वजह से उन्हें वापस आना पड़ा।
एश्टन एगर को पहले दो टेस्ट मैचों के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम के प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली थी। इसकी बजाय टीम ने टॉड मर्फी, मैथ्यू कुहनेमान और नाथन लियोन पर भरोसा जताया था। एश्टन एगर को चार विशेषज्ञ स्पिनर्स में से एक के रूप में चुना गया था। ऐसी उम्मीद जताई जा रही थी कि एगर स्पिनरों के लिए मददगार पिच पर नाथन लियोन का साथ देंगे, मगर उन्हें मौका ही नहीं मिला। ऑस्ट्रेलिया ने पहले टेस्ट में टॉड मर्फी को डेब्यू का मौका दिया, जिन्होंने प्रभावित करके सात विकेट लिए। फिर मैथ्यू कुहनेमान को ऑस्ट्रेलिया से बुलाकर डेब्यू करा दिया और एगर को वापस डोमेस्टिक क्रिकेट खेलने के लिए ऑस्ट्रेलिया भेज दिया गया।
मैं उतनी अच्छी गेंदबाजी नहीं कर पा रहा था - एश्टन एगर
वहीं अब एक बार फिर एश्टन एगर ने इसको लेकर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने मार्श कप के फाइनल के बाद कहा, 'मुझे लगता है कि मैं उतनी अच्छी गेंदबाजी नहीं कर पा रहा था जितनी जरूरत थी। अब मुझे इस पर काम करना है और अपने अंदर सुधार लाना है। मेरे अंदर किसी तरह की कोई कड़वाहट नहीं है। ऑस्ट्रेलिया के कैंप में मुझे काफी अच्छी तरह से सपोर्ट किया गया और उन्होंने मुझसे लगातार संपर्क बनाए रखा। इसलिए सबकुछ सही चल रहा है।'
आपको बता दें कि एश्टन एगर ने 2013 में अपना डेब्यू किया था तबसे लेकर अभी तक उन्होंने केवल पांच ही टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला है। इस दौरान वो केवल 9 ही विकेट चटका पाए हैं। सिडनी में साउथ अफ्रीका के खिलाफ उन्होंने अपना आखिरी मुकाबला खेला था जिसमें वो एक भी विकेट नहीं ले पाए थे।