2018 में एशिया कप (Asia Cup) के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ गेंदबाजी करते हुए हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) को गेंदबाजी के दौरान गंभीर चोट आई थी और उन्हें मैदान से स्ट्रेचर पर बाहर ले जाया गया था। उस घटना को याद करते हुए पूर्व भारतीय खिलाड़ी आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि वह उस समय अचंभित रह गए थे।
पूर्व भारतीय ओपनर ने इस बात पर प्रकाश डाला कि किस तरह ऑलराउंडर खिलाड़ी ने अपनी फिटनेस पर काम करते हुए जबरदस्त वापसी की। उन्होंने हार्दिक पांड्या को भारतीय टीम की सफ़ेद गेंद का सबसे मूल्यवान खिलाड़ी बताया।
आकाश चोपड़ा ने कहा कि भारत सफ़ेद गेंद की क्रिकेट में हार्दिक पांड्या के बगैर खेलने के बारे में नहीं सोच सकता है। अपने यूट्यूब चैनल पर उन्होंने कहा,
हार्दिक पांड्या को 2018 में स्ट्रेचर पर मैदान से बाहर ले जाना पड़ा था। मैं गेम को कवर कर रहा था, लेकिन ऐसा लग रहा था कि जो हुआ था उसे देखकर मेरी आवाज चली गई थी। आप नहीं चाहते कि किसी खिलाड़ी के साथ ऐसा हो। उन्होंने टी20 वर्ल्ड कप के दौरान गेंदबाजी नहीं की और फिर अपनी फिटनेस पर काम करने के लिए ब्रेक लिया। उन्होंने शानदार वापसी की है और मेरा मानना है कि वह भारत के सबसे मूल्यवान खिलाड़ी हैं। भारत अभी भी रोहित शर्मा, विराट कोहली या जसप्रीत बुमराह के बिना अच्छा हो सकता है, लेकिन सफेद गेंद वाले क्रिकेट में हार्दिक के बिना नहीं।
हार्दिक पांड्या के लिए इस साल पहले से चीजें काफी मुश्किल थी। कई जानकारों ने यहाँ तक कह दिया था कि उनका करियर अब समाप्ति की तरफ है लेकिन स्टार ऑलराउंडर ने खुद पर भरोसा दिखाया हुए कड़ी मेहनत की और इस साल आईपीएल में जोरदार वापसी की। आईपीएल में उन्होंने बतौर ऑलराउंडर और कप्तान के तौर पर अपनी टीम गुजरात टाइटंस को चैंपियन बनाया। इसके बाद उनकी भारतीय टीम में वापसी हुई और वहां भी उन्होंने अपना शानदार खेल दिखाया। आयरलैंड दौरे पर उन्हें टीम का कप्तान भी नियुक्त किया गया था।
एशिया कप 2022 में पाकिस्तान के खिलाफ भी उन्होंने शानदार ऑलराउंड खेल दिखाया और प्लेयर ऑफ़ द मैच चुने गए थे। उन्होंने गेंद के साथ 3 विकेट और बल्ले के साथ 17 गेंदों में नाबाद 33 रनों की जोरदार पारी खेली थी।