एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) ने कंफर्म कर दिया है कि एशिया कप का टी20 संस्करण इस साल 27 अगस्त से श्रीलंका में खेला जाएगा। मुख्य टूर्नामेंट शुरु होने से पहले 20 अगस्त से इसका क्वालीफायर भी खेला जाएगा। ACC के मुताबिक टूर्नामेंट का फाइनल 11 सितंबर को खेला जाएगा। श्रीलंका में हुए एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) में यह फैसला लिया गया है।
एशिया कप का आखिरी संस्करण 2018 में खेला गया था जिसका आयोजन UAE में हुआ था। इसके बाद से यह टूर्नामेंट नहीं खेला जा सका है। एशिया कप वनडे टूर्नामेंट था, लेकिन 2016 में इसे पहली बार टी20 फॉर्मेट में खेला गया था। इस साल होने वाला टूर्नामेंट टी20 फॉर्मेट में दूसरी बार खेला जाएगा। कोरोना वायरस के कारण 2020 संस्करण को एक साल के लिए स्थगित कर दिया गया था। इसके बाद 2021 टी20 विश्व कप के कारण इसे पिछले साल भी नहीं खेला जा सका था।
1984 में शुरु हुए एशिया कप में भारत बना है सबसे अधिक बार चैंपियन
1984 में शुरु किए गए इस टूर्नामेंट को आम तौर पर दो साल के अंतराल में खेला जाता है, लेकिन कई बार इसके बीच का अंतराल बढ़ा है। उदाहरण के लिए 1990/91 के बाद टूर्नामेंट को 1995 में कराया गया था। इसके अलावा 2000 से लेकर 2008 के बीच टूर्नामेंट का आयोजन चार साल के अंतराल पर हुआ था। 2010 से अंतराल दो साल का हो गया था, लेकिन विभिन्न कारणों से अब एक बार फिर टूर्नामेंट चार साल के बाद खेला जाएगा।
12 बार टूर्नामेंट में हिस्सा ले चुकी भारतीय टीम ने सबसे अधिक छह बार खिताब पर कब्जा जमाया है तो वहीं पांच बार खिताब जीतने वाली श्रीलंका की टीम दूसरे स्थान पर है। भारत ने 2018 में हुए आखिरी टूर्नामेंट का फाइनल जीता था। पाकिस्तान की बात करें तो वे दो बार चैंपियन बने हैं। बांग्लादेश तीन बार उपविजेता रह चुका है।