ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले दोनों वनडे मुकाबलों में हार के बाद भारतीय टीम चाहेगी कि तीसरा वनडे जीतकर वो अपना सम्मान बचाएं। भारत को पहले दोनों वनडे मैचों में करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है और गेंदबाजी सबसे बड़ी कमजोरी उभरकर सामने आई है।
ऑस्ट्रेलिया ने दोनों ही वनडे मुकाबलों में पहले बैटिंग करते हुए 350 से ज्यादा रन बना दिए। जसप्रीत बुमराह, युजवेंद्र चहल और मोहम्मद शमी जैसे प्रमुख गेंदबाज काफी मंहगे साबित हुए। केवल शमी ने कुछ विकेट निकाले, जबकि बुमराह और चहल पूरी तरह से फ्लॉप रहे। भारत की खराब गेंदबाजी का अंदाजा इस बात से भी लगा सकते हैं कि दूसरे वनडे में ऑस्ट्रेलिया के 5 बल्लेबाजों ने 50 या उससे ज्यादा रन बनाए और भारतीय गेंदबाज विकेट निकालने में नाकाम रहे।
ये भी पढ़ें: सनराइजर्स हैदराबाद के ऑलराउंडर जेसन होल्डर ने सिडनी सिक्सर्स टीम के साथ किया करार
तीसरे वनडे के लिए जाते समय भारतीय टीम चाहेगी कि वो अपनी गेंदबाजी में थोड़ा बदलाव करें और बेंच पर बैठे प्लेयर्स को मौका दें। ऐसे में दिग्गज स्पिनर कुलदीप यादव को तीसरे वनडे मुकाबले में खिलाया जाना चाहिए और इसकी कई वजहें हैं। आइए बताते हैं वो 3 कारण क्यों कुलदीप यादव को तीसरे वनडे की प्लेइंग इलेवन में जगह मिलनी चाहिए।
3 कारण क्यों कुलदीप यादव को तीसरे वनडे मुकाबले की प्लेइंग इलेवन में जगह मिलनी चाहिए
1.युजवेंद्र चहल का खराब फॉर्म
दिग्गज गेंदबाज युजवेंद्र चहल पहले दोनों वनडे मुकाबलों में बुरी तरह फ्लॉप रहे हैं। उन्होंने 19 ओवर गेंदबाजी की लेकिन सिर्फ 1 विकेट ले पाए। पहले मुकाबले में उन्होंने एक अनचाहा रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया था। वो वनडे की एक पारी में सबसे ज्यादा रन देने वाले भारतीय स्पिनर बन गए थे। चहल ने 10 ओवरों में 89 रन दे दिए थे। दूसरे वनडे मुकाबले में भी उन्होंने 9 ओवरों में बिना कोई विकेट लिए 71 रन खर्च कर डाले।
युजवेंद्र चहल की खराब फॉर्म को देखते हुए कुलदीप यादव को तीसरे वनडे मैच में मौका दिया जाना चाहिए। हमने पहले भी देखा है कि जब - जब कुलदीप यादव मैदान में रहे हैं तब - तब चहल भी काफी प्रभावशाली साबित हुए हैं और चहल और कुलदीप की जोड़ी भारत के लिए कारगर साबित हुई है।
ये भी पढ़ें: ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज इयान चैपल ने "स्विच हिट" शॉट को बैन किए जाने की मांग की
2.ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कुलदीप यादव का बेहतरीन रिकॉर्ड
कंगारू टीम के खिलाफ कुलदीप यादव ने हमेशा बेहतरीन गेंदबाजी की है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 39.50 की औसत और 6.08 की इकॉनमी रेट से 22 विकेट चटकाए हैं। इसके अलावा टेस्ट और टी20 में भी उन्होंने इस टीम के खिलाफ अच्छी गेंदबाजी की है।
उनके इस तरह के प्रदर्शन को देखते हुए कप्तान कोहली उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल कर सकते हैं। अगर उन्हें खेलने का मौका मिला तो उनका सबसे पहला काम मिडिल ओवर्स में विकेट चटकाना और रनों को रोकना रहेगा।
3.कुलदीप यादव की चाइनामैन गेंदबाजी
कुलदीप यादव जिस तरह के गेंदबाज हैं वैसी बॉलिंग अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में काफी कम ही देखने को मिलती है। वो एक लेफ्ट ऑर्म स्पिनर हैं और चाइनामैन गेंदबाजी करते हैं और ऐसे गेंदबाजों को खेलना किसी भी बल्लेबाज के लिए आसान नहीं होता है।
कुलदीप यादव ने आईपीएल में ज्यादा मुकाबले नहीं खेले थे और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने भी काफी समय से उनका सामना नहीं किया है। ऐसे में उनको टीम में जगह देने से गेंदबाजी में विविधिता आएगी।