दिग्गज गेंदबाज हरभजन सिंह ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज को लेकर बड़ा बयान दिया है। हरभजन सिंह के मुताबिक जब आखिरी 3 टेस्ट मैचों के लिए विराट कोहली (Virat Kohli) उपलब्ध नहीं रहेंगे तब एक कप्तान के तौर पर अजिंक्य रहाणे के सामने एक बड़ी चुनौती रहेगी।
स्पोर्ट्स तक पर एक इंटरव्यू के दौरान हरभजन सिंह ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी। हरभजन सिंह से पूछा गया कि एक कप्तान के तौर पर अजिंक्य रहाणे के लिए ये कितनी बड़ी टेस्ट सीरीज होगी। क्योंकि उप कप्तान होने के बावजूद उन्हें कुछ मैचों से बाहर होना पड़ा है।
हरभजन सिंह के मुताबिक आखिरी 3 टेस्ट मैचों में भारतीय टीम की कप्तानी करना निश्चित तौर पर उनके लिए एक बड़ी चुनौती रहेगी। इसकी वजह ये है कि कभी भी इससे पहले उन्होंने पूरी सीरीज में कप्तानी नहीं की है। हरभजन सिंह ने कहा,
निश्चित तौर अजिंक्य रहाणे के सामने चुनौतियां रहेंगी क्योंकि उन्होंने इससे पहले एक पूरी सीरीज में कभी भी कप्तानी नहीं की है। वो ज्यादा बोलते नहीं हैं और चुपचाप रहते हैं। वो विराट कोहली से काफी अलग हैं।
अजिंक्य रहाणे को शुभकामनाएं देते हुए हरभजन सिंह ने उम्मीद जताई की वो बेहतरीन कप्तानी कंगारू टीम के खिलाफ करेंगे। इसके अलावा बल्ले से भी वो योगदान देंगे। उन्होंने कहा,
ये रहाणे के लिए अलग अनुभव होगा और उनके लिए एक नई पारी की शुरुआत होगी। मैं उन्हें सिर्फ अपनी शुभकामनाएं दे सकता हूं। उम्मीद करता हूं कि वो ज्यादा से ज्यादा रन बनाकर टीम को आगे ले जाएंगे, जिस तरह से विराट कोहली आगे आकर टीम की अगुवाई करते हैं।
ये भी पढ़ें: चेन्नई सुपर किंग्स के 3 दिग्गज तेज गेंदबाज जिन्हें टीम की तरफ से एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला
अजिंक्य रहाणे को ज्यादा आक्रामक होने की जरुरत नहीं - हरभजन सिंह
हरभजन के मुताबिक अजिंक्य रहाणे को कप्तानी में ज्यादा आक्रामक होने की जरुरत नहीं है। उन्हें अपने स्टाइल से ही कप्तानी करनी चाहिए। उन्होंने कहा,
मैं रहाणे को बस यही कहना चाहुंगा कि वो अपने नैचुरल गेम या स्टाइल में कोई बदलाव ना करें। जब आप विराट कोहली की कप्तानी में खेलते हैं तो शायद आपको भी लगे कि ऑस्ट्रेलिया को हराने के लिए आपको कोहली की ही तरह बॉडी लैंग्वेज की जरुरत है। हालांकि इसकी जरुरत नहीं है और अजिंक्य रहाणे की ये स्टाइल भी नहीं है। इसलिए उन्हें अपने नैचुरल स्टाइल पर ही बने रहना चाहिए।