पूर्व भारतीय बल्लेबाज सुब्रमण्यम बद्रीनाथ ने भारतीय टीम की सबसे बड़ी कमजोरी के बारे में बताया है। उनके मुताबिक भारतीय टीम में इस वक्त पार्ट टाइम गेंदबाजों की कमी है। टॉप ऑर्डर में जितने भी बल्लेबाज हैं उनमें से कोई भी गेंदबाजी नहीं करता है।
स्टार स्पोर्ट्स तमिल पर एक चैट के दौरान सुब्रमण्यम बद्रीनाथ ने भारतीय टीम की इस कमी की तरफ इशारा किया। उन्होंने याद दिलाया कि सौरव गांगुली की कप्तानी में लगभग सभी खिलाड़ी गेंदबाजी करते थे और ये उस टीम की सबसे बड़ी खूबी थी।
अगर वर्तमान भारतीय टीम को देखें तो टॉप ऑर्डर में शिखर धवन, मयंक अग्रवाल, विराट कोहली और श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ी बिल्कुल भी गेंदबाजी नहीं करते हैं। यही वजह है कि जब टीम का कोई गेंदबाज काफी महंगा साबित होता है तो फिर कप्तान के पास कोई दूसरा विकल्प ही नहीं होता है।
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सुब्रमण्यम बद्रीनाथ ने इसको लेकर कहा " टॉप 5 या टॉप 6 में से कोई भी खिलाड़ी अभी गेंदबाजी नहीं कर रहा है। अगर आप पुरानी भारतीय टीम को उठाकर देखें तो उसमें लगभग सभी प्लेयर गेंदबाजी करते थे। चाहें वो फिर सहवाग हों, सचिन हों या फिर कप्तान सौरव गांगुली ही क्यों ना हों। टॉप ऑर्डर के ये बल्लेबाज जरुरत पड़ने पर 3-4 ओवर गेंदबाजी कर सकते थे। आप इन खिलाड़ियो को मिलाकर 10 ओवर मैनेज कर सकते थे और अगर किसी गेंदबाज का दिन नहीं होता था तो फिर कप्तान को चिंता करने की कोई जरुरत नहीं होती थी। भारतीय टीम में अभी इस चीज की कमी है।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे मुकाबले में भारतीय टीम को छठे गेंदबाज की कमी खली
आपको बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत को पहले दोनों वनडे मैचों में करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है और गेंदबाजी सबसे बड़ी कमजोरी उभरकर सामने आई है। ऑस्ट्रेलिया ने दोनों ही वनडे मुकाबलों में पहले बैटिंग करते हुए 350 से ज्यादा रन बना दिए। जसप्रीत बुमराह, युजवेंद्र चहल और मोहम्मद शमी जैसे प्रमुख गेंदबाज काफी मंहगे साबित हुए। यही वजह है कि कप्तान कोहली को हार्दिक पांड्या से गेंदबाजी करवानी पड़ी।
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