भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 3 मैचों की वनडे सीरीज का तीसरा और आखिरी मुकाबला 2 दिसंबर को कैनबरा में खेला जाएगा। ऑस्ट्रेलियाई टीम सीरीज के पहले दोनों मुकाबले जीत चुकी है और इसके साथ ही सीरीज भी वो अपने नाम कर चुके हैं। तीसरा मैच जीतकर वो भारत को क्लीन स्वीप करना चाहेंगे। वहीं दूसरी तरफ भारतीय टीम सम्मान बचाने के इरादे से उतरेगी और हर हाल में वो ये मुकाबला जीतना चाहेंगे।
अभी तक जो दोनों वनडे मुकाबले हुए हैं वो काफी हाई स्कोरिंग हुए हैं। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने दोनों ही मुकाबलों में 350 से ज्यादा रन बनाए हैं। वहीं भारतीय टीम ने भी 300 से ज्यादा रन लक्ष्य का पीछा करते हुए बना दिए थे। ऐसे में हम कह सकते हैं कि गेंदबाजों के लिए अभी तक चीजें आसान नहीं रही हैं। हालांकि तीसरा वनडे कैनबरा में होना है और वहां पर चीजें पलट भी सकती हैं।
भारतीय टीम भले ही लगातार दो वनडे हार चुकी है लेकिन उनके अंदर वापसी की पूरी क्षमता है। भारतीय टीम तीसरा वनडे मैच जीत भी सकती है और इसके कई कारण हैं। आइए आपको बताते हैं कि क्यों भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरा वनडे मुकाबला जीत सकती है।
ये भी पढ़ें: 3 कारण क्यों भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीनों फॉर्मेट में हार सकती है
3 कारण क्यों भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरा वनडे मुकाबला जीत सकती है
3.डेविड वॉर्नर के रूप में कंगारू टीम को लगा बड़ा झटका
दूसरे वनडे मैच के दौरान दिग्गज बल्लेबाज डेविड वॉर्नर फील्डिंग करते वक्त चोटिल हो गए थे। इसके बाद उन्हें तुरंत मैदान से बाहर जाना पड़ा। उसके बाद खबर आई कि अब वो बचे हुए एक वनडे मैच और टी20 सीरीज के तीनों ही मुकाबलों में नहीं खेलेंगे। ये ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए एक बड़ा झटका है और भारतीय टीम को निश्चित तौर पर इसका पूरा लाभ मिलेगा।
वॉर्नर एक शानदार बल्लेबाज हैं और अभी तक दोनों ही मुकाबलों में आरोन फिंच के साथ मिलकर उन्होंने टीम को जबरदस्त शुरुआत दी थी। इसका ही नतीजा था कि ऑस्ट्रेलियाई टीम लगातार 300 से ज्यादा रन बनाने में सफल रही। उनके ना होने से कप्तान फिंच पर ज्यादा दबाव आएगा और ऐसे में टीम बिखर भी सकती है। इसीलिए भारत के पास ये वनडे मुकाबला जीतने का सुनहरा मौका है।
ये भी पढ़ें: डेविड वॉर्नर वनडे और टी20 सीरीज से बाहर, डार्सी शॉर्ट को किया गया शामिल
2.भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया की कंडीशंस से पूरी तरह परिचित हो चुकी होगी
भारतीय टीम अभी तक ऑस्ट्रेलिया में दो मुकाबले खेल चुकी है और अब उन्हें अंदाजा लग गया होगा कि वहां पर किस लेंथ पर गेंदबाजी करनी है और ऑस्ट्रेलियाई टीम का मजबूत पक्ष क्या है।
आमतौर पर कोई भी टीम जब विदेशी दौरे पर जाती है तो वहां की कंडीशंस से तालमेल बैठाने में उन्हें थोड़ा वक्त जरुर लगता है और भारतीय टीम 2 वनडे खेलने के बाद अब वहां की पिचों और मौसम से पूरी तरह अभ्यस्त हो चुकी होगी। ऐसे में भारत को इसका फायदा भी मिल सकता है।
3.सीरीज जीतने के बाद ऑस्ट्रेलिया मैच को हल्के में ले सकती है
आमतौर पर कई बार ऐसा होता है कि जब कोई टीम लगातार मुकाबले जीतकर सीरीज अपने नाम कर लेती है तो फिर बाकी बचे मुकाबलों को वो थोड़ा हल्के में लेते हैं। तब टीमें अपने बेंच स्ट्रेंथ को आजमाती हैं और प्रमुख प्लेयर्स को रेस्ट देती हैं।
अगर ऑस्ट्रेलियाई टीम ने ऐसा किया तो फिर उसका फायदा भारतीय टीम को मिलेगा और वो ये मुकाबला अपने नाम कर सकते हैं।