Australia head coach Andrew McDonald contract extended: पिछले साल दो बार भारत का आइसीसी टूर्नामेंट जीतने का सपना तोड़ने वाले ऑस्ट्रेलिया के हेड कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड का कॉन्ट्रैक्ट बढ़ा दिया गया है। मैकडोनाल्ड 2022 में ऑस्ट्रेलिया के कोच बने थे और उन्हें शुरुआत में चार साल का कार्यकाल मिला था। इस कॉन्ट्रैक्ट के हिसाब से वह 2026 में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के बाद टीम का साथ छोड़ देते हैं। हालांकि, अब नए कॉन्ट्रैक्ट में वह 2027 के अंत तक ऑस्ट्रेलियाई टीम के साथ बने रहेंगे।
एंड्रयू मैकडोनाल्ड को मिलेगा वनडे वर्ल्ड कप खिताब बचाने का मौका
2027 में फिर वनडे वर्ल्ड कप होना है। इस वर्ल्ड कप की मेजबानी, जिम्बाब्वे, दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया मिलकर करेंगे। मैकडोनाल्ड 2023 में भारत में जीते गए वनडे वर्ल्ड कप खिताब को बचाने के लिए टीम के साथ मौजूद होंगे। इसके साथ ही वह अगले पूरे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिए भी टीम के साथ रहेंगे। मैकडोनाल्ड ने शुरुआत में कहा था कि वह चार साल के कॉन्ट्रैक्ट को ही पूरा करना चाहेंगे और इसे आगे नहीं बढ़ाना चाहेंगे।
उन्होंने ऐसा इसलिए कहा था क्योंकि इस काम में काफी मेहनत है और यह बड़ी जिम्मेदारी का भी काम है। इससे पहले जस्टिन लैंगर भी केवल चार साल तक ही कोच रहे थे और उनकी चाहत के बावजूद कॉन्ट्रैक्ट को आगे नहीं बढ़ाया गया था। 2027 में ऑस्ट्रेलिया का कार्यक्रम काफी व्यस्त और कठिन होने वाला है। उन्हें 2026 के दिसंबर से 2027 की जनवरी के बीच न्यूजीलैंड के खिलाफ चार घरेलू टेस्ट खेलने हैं। इसके बाद जनवरी-फरवरी में उन्हें भारत में पांच टेस्ट मैच खेलने हैं। इसके बाद टेस्ट क्रिकेट की 150वीं सालगिरह मनाने के लिए वे घर लौटेंगे और इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट खेलेंगे।
कुछ और बड़ी उपलब्धियां हासिल करना चाहेंगे मैकडोनाल्ड
मैकडोनाल्ड ने ऑस्ट्रेलिया का कोच बनने के काफी कम समय में ही टीम को अच्छी सफलताएं दिलाई हैं। ऑस्ट्रेलिया के कोच के रूप में पहले आइसीसी इवेंट में वह अपने ही घर में ऑस्ट्रेलिया को टी20 वर्ल्ड कप चैंपियन नहीं बना सके थे। हालांकि, कोच बनने के बाद लगभग डेढ़ साल के अंदर ही उन्होंने अपनी टीम को वनडे वर्ल्ड चैंपियन बना दिया। इससे पहले वह वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप भी जीत चुके थे।
अब उनकी निगाहें भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज जीतने पर होंगी क्योंकि यह किसी ऑस्ट्रेलियाई कोच के लिए काफी बड़ी उपलब्धि होगी। इसके अलावा इंग्लैंड में एशेज सीरीज में भी टीम के प्रदर्शन को सुधारना उनके एजेंडे में होगा।