ओपनर बल्लेबाजों का फ्लॉप प्रदर्शन
लगातार दूसरे टेस्ट में भी केएल राहुल और मुरली विजय फ्लॉप रहे। इनके विकेट जल्दी गिरने की वजह से भारत के मध्यक्रम पर दबाव बढ़ा। हालांकि विराट कोहली ने एक शानदार शतकीय पारी खेली लेकिन शुरुआत के 40 से 50 रन ओपनर बल्लेबाजों से मिलने पर मुकाबले की तस्वीर अलग होती। भारत को पहली पारी में बढ़त भी मिल सकती थी। हार के कारणों में यह एक मुख्य कारण कहा जा सकता था।
स्पिनर का बाहर होना
पहले टेस्ट में रविचंद्रन अश्विन का प्रदर्शन अच्छा रहा था। अचानक उनके चोटिल होने की खबर आई और दूसरे टेस्ट से बाहर बैठाया गया। उनके नहीं होने से ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में पांचवें विकेट के लिए बनी साझेदारी ने ख़ासा असर डाला। कोई स्पिनर वहां होता तो उस साझेदारी को पनपने से पहले रोक सकता था। वहां से ही कंगारुओं का स्कोर आगे तक गया और भारत की मुश्किलें बढ़ी।