ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में भारतीय टीम 250 रनों पर ही ऑलआउट हो गई। टीम के लिए दुर्भाग्यपूर्ण बात ये रही कि टीम पहले दिन के स्कोर में एक रन भी नहीं जोड़ सकी और उसी स्कोर पर आउट हो गई। पहले दिन की खेल समाप्ति पर नाबाद रहे मोहम्मद शमी दिन की पहली ही गेंद पर आउट हो गए। शमी छह रन के स्कोर पर हेजलवुड का शिकार बने। वहीं जसप्रीत बुमराह शून्य पर नाबाद रहे।
इसी के साथ भारतीय टीम के नाम एक अनचाहा रिकॉर्ड भी दर्ज हो गया। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ऐसा सातवीं बार हुआ है जब कोई टीम पहले दिन के स्कोर में एक भी रन जोड़े बिना दूसरे दिन पहली गेंद पर ऑलआउट हो गई हो। देखें रोचक आँकड़े-
टीम खिलाफ जगह साल
इंग्लैंड vs ऑस्ट्रेलिया, ब्रिस्बेन 1982
न्यूजीलैंड vs इंग्लैंड, लॉर्ड्स 1986
विंडीज vs इंग्लैंड, लॉर्ड्स 2000
ऑस्ट्रेलिया vs भारत, ब्रिस्बेन 2003
विंडीज इंग्लैंड लॉर्ड्स 2012
इंग्लैंड vs ऑस्ट्रेलिया, ओवल 2017
भारत vs ऑस्ट्रेलिया एडिलेड 2018
मैच के पहले दिन के खेल का लेखा-जोखा:
इससे पूर्व ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चार मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले ही मैच में भारतीय टीम की तैयारियों की पोल खुल गई। पहले टेस्ट मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का विराट कोहली का निर्णय पूरी तरह से गलत साबित हुआ। टीम के अन्य बल्लेबाज और खुद विराट अपने फैसले के विपरित बल्लेबाजी करते दिखे।
विकेटों का पतन ऐसा रहा कि सवा सौ रन बनते-बनते आधी टीम पवेलियन लौट गई। केएल राहुल (2), मुरली विजय (11), कप्तान विराट कोहली (3) और अजिंक्या रहाणे (13) कोई खास कमाल नहीं दिखा सके।
निचले क्रम क्रम के बल्लेबाजों ने जरूर थोड़ा संघर्ष दिखाया और पुजारा के साथ छोटी-छोटी लेकिन अहम साझेदारी की। रोहित शर्मा (37), ऋषभ पंत (25) और रविचंद्रन अश्विन ने ऊपरी क्रम के बल्लेबाजों की नाकामी को धोने का प्रयास किया।
इन सबके बीच तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरी चेतेश्वर पुजारा ने अपनी जिम्मेदारी बखूबी समझते हुए शानदार शतकीय पारी खेली। पुजारा ने रन भले ही पचास की स्ट्राइक रेट से बनाए हों लेकिन टीम की किरकिरी होने से होने बचा लिया। कुल स्कोर के लगभग आधे रन पुजारा के बल्ले से ही निकले नहीं तो टीम के लिए 150 रन बना पाना भी मुश्किल होता।
पुजारा ने 246 गेंदों का सामना करते हुए 123 रन बनाए। इस पारी में उन्होंने 7 चौके और 2 छक्के भी जमाए। इस शतकीय पारी की बदौलत ही पुजारा ने अपना नाम रिकॉर्ड बुक में भी दर्ज करवा लिया। पुजारा ऐसे सातवें भारतीय बल्लेबाज बने जिन्होंने एशिया के बाहर टेस्ट मैचों में दौरे के पहले दिन शतक जमाया।
मेजबान टीम की ओर से सभी गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी की और नियमित अंतराल में विकेट लेते रहे। जिसका नतीजा यह निकला कि दुनिया का सबसे मजबूत बल्लेबाजी क्रम बेहद साधारण स्कोर पर ढेर हो गया। तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क, पेट कमिंस और नाथन लियोन दो-दो विकेट लेने में कामयाब रहे। जोश हेजलवुड के खाते में तीन विकेट आए।
दूसरे दिन के खेल के बाद ऑस्ट्रेलिया ने 88 ओवर में सात विकेट के नुकसान पर 191 रन बना लिए थे।ऑस्ट्रेलिया की तरफ से दूसरे दिन ट्रैविस हेड ने नाबाद अर्धशतक लगाया और 61 रन बनाकर खेल रहे थे । भारत की तरफ से रविचंद्रन अश्विन ने सबसे ज्यादा तीन विकेट लिए।
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