ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान मार्क टेलर ने कहा कि कनकशन नियम खिलाड़ियों के संरक्षण के लिए है और इसे निष्पक्ष और जिम्मेदारी के साथ इस्तेमाल करने की जरूरत है। टेलर ने खिलाड़ियों को चेतावनी दी है कि वे कनकशन नियम का दुरूपयोग न करें। इसके साथ मार्क टेलर ने यह भी कहा कि कनकशन नियम का दुरूपयोग होने से यह रनर के नियम की तरह हो जाएगा।
सिडनी मोर्निंग हेराल्ड के हवाले से मार्क टेलर ने कहा कि कनकशन नियम खिलाड़ियों को प्रोटेक्ट करने के लिए है। अगर इसका दुरूपयोग होता है, तो यह रनर के नियम की तरह हो जाएग। रनर का नियम आने के बाद इसका दुरूपयोग होने लगा था। यह खिलाड़ियों के ऊपर है कि वे कनकशन नियम को साफ़ तरीके से और जिम्मेदारी के साथ इस्तेमाल करें।
मार्क टेलर ने सफाई भी दी
दुरूपयोग रोकने की बात कहने के बाद मार्क टेलर ने यह भी बताया कि मैं ऐसा नहीं कह रहा हूँ कि पिछले मैच में कुछ घटित नहीं हुआ था। उन्होंने इसके जरिये जडेजा की चोट को सही बताने का प्रयास भी किया।
टेलर से पहले भी ऑस्ट्रेलिया से कुछ बयान कनकशन नियम के बारे में आ चुके हैं। इनमें मैच में खेलने वाले कंगारू खिलाड़ी मोइसेस हेनरिक्स का नाम भी शामिल है। हालांकि भारत से भी गौतम गंभीर, सुनील गावस्कर, वीरेंदर सहवाग ने ऑस्ट्रेलियाई बयानों का जवाब दिया है। इन सभी ने यह कहा कि नियम है और चोट लगी है, तो इसका इस्तेमाल होना चाहिए। सहवाग ने तो स्मिथ द्वारा एक बार इस नियम का इस्तेमाल करने की घटना का जिक्र भी किया था।
कनकशन दिमाग में चोट से आने वाले प्रभाव को कहते हैं। इसमें चक्कर आने से लेकर व्यक्ति को बेहोशी में जाने की स्थिति शामिल है। रविन्द्र जडेजा को बल्लेबाजी के दौरान पहले टी20 में हेलमेट पर गेंद लगी थी। ड्रेसिंग रूम में जाने के बाद उन्होंने चक्कर आने की शिकायत की थी। इसके बाद उनकी जगह युजवेंद्र चहल को गेंदबाजी के लिए लाया गया। मैच रेफरी ने यह निर्णय लिया था।