भारतीय टीम (Indian Team) के पूर्व महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने पहले टेस्ट में हार को किस्मत का खेल बताया है। सचिन तेंदुलकर ने कहा कि किस्मत ने ऑस्ट्रेलिया का साथ दिया और भारत को पराजय मिली। सचिन तेंदुलकर ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया ने जो किया वह सही हुआ और भारतीय टीम के लिए उस तरह के मौके पहले टेस्ट मैच में नहीं आए।
सचिन तेंदुलकर ने कहा कि कई बार आपको भाग्य के साथ की जरूरत भी होती है। भारतीय बल्लेबाजों के किनारे जिन गेंदों पर लगे वे फील्डरों के हाथ में गई और उन्होंने उसे कैच भी किया। भारतीय टीम के पास ऐसा मौका नहीं आया। बल्लेबाजों को लेकर सचिन ने कहा कि पृथ्वी शॉ की तुलना में अन्य बल्लेबाजों ने ज्यादा क्रिकेट खेला है इसलिए वे दबाव झेलने में ज्यादा सक्षम हैं।
सचिन तेंदुलकर ने कहा भाग्य नहीं था साथ
ऑस्ट्रेलिया की पारी को याद करते हुए तेंदुलकर ने कहा कि टिम पेन की बल्लेबाजी के दौरान कई बार गेंद ने कैरी नहीं किया। उन्होंने कहा कि तीन बार शायद ऐसा हुआ जब गेंद फील्डर तक पहुंची ही नहीं थी। भारतीय पारी के दौरान ऐसा नहीं हुआ और कंगारुओं ने कैच पकड़े।
हालांकि सचिन की बात सही है लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली पारी के दौरान भारतीय टीम ने काफी कैच छोड़े थे। तीन कैच तो एकदम आसान थे और कुछ हाफ चांस भी थे जिन्हें पकड़ा जा सकता था। भारतीय टीम को ये कैच भी भारी पड़े हैं।
दोनों टीमों के बीच अगला मैच बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच के रूप में होगा। यह मैच मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जाना है। विराट कोहली और मोहम्मद शमी की अनुपस्थिति में टीम को शायद ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। देखना होगा कि अगले मैच में अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में भारतीय टीम की रणनीति कैसे रहती है और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत कैसे खेलता है।