ऑस्ट्रेलिया (Australia) और भारत (India) के बीच एडिलेड में गुरुवार को पिंक बॉल टेस्ट मैच का पहला दिन था। गेंदबाज और बल्लेबाज इस दौरान बराबरी पर रहे। छह विकेट ऑस्ट्रेलिया को मिले, तो भारतीय टीम ने भी 233 रन बनाए। शेन वॉर्न (Shane Warne) ने टेस्ट क्रिकेट में इस्तेमाल होने वाली लाल गेंद को 'रब्बिश' कहते हुए इसे पिंक बॉल के साथ बदलने की मांग की है। शेन वॉर्न के अनुसार अब लाल गेंद से टेस्ट मैच नहीं होने चाहिए। पहले भी शेन वॉर्न ऐसा कह चुके हैं।
शेन वॉर्न ने कहा कि पिछले कुछ सालों से मैं यह कह रहा हूँ कि टेस्ट क्रिकेट में अब लाल गेंद की जगह गुलाबी गेंद का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सिर्फ डे-नाईट मैचों में ही नहीं बल्कि दिन के मैचों में भी पिंक बॉल का इस्तेमाल टेस्ट मैचों में होना चाहिए।
शेन वॉर्न का बयान
वॉर्न ने रेड बॉल को खराब मानते हुए कहा कि यह पच्चीस ओवर के बाद ढीली हो जाती है और इसमें को स्विंग या मूवमेंट नहीं होता। इंग्लैंड में इस्तेमाल होने वाली ड्यूक बॉल के अलावा यह रब्बिश है। वॉर्न ने यह भी कहा कि पिंक बॉल को देखने में आसानी होती है और लाल गेंद से ज्यादा कुछ इसमें होता है। दर्शकों को भी यह देखने में अच्छी लगती है और टीवी पर भी बेहतर दिखाई देती है।
पूर्व कंगारू स्पिनर ने आगे कहा कि क्यों न हर मैच में ही पिंक बॉल इस्तेमाल की जाए। यह सॉफ्ट हो जाती है, तो इसे 60 ओवर बाद ही बदल दें लेकिन मैं इसके साथ ही जाना चाहूँगा। रेड बॉल में हमने सीम और स्विंग कुछ नहीं देखा इसलिए टेस्ट क्रिकेट में पिंक बॉल आजमानी चाहिए।
गौरतलब है कि पिंक बॉल सिर्फ डे-नाईट टेस्ट मैचों में ही अपनाई जाती है। बाकी मैचों में रेड बॉल होती है और सीमित ओवर क्रिकेट में सफेद गेंद का इस्तेमाल किया जाता है।