ऑस्ट्रेलिया (Australia) के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में भारतीय टीम (Indian Team) की तरफ से रिद्धिमान साहा को खेलने का मौका मिला था। रिद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) का प्रदर्शन बल्ले से अच्छा नहीं रहा था और उन्हें टीम से बाहर करने की मांग उठी थी। रिद्धिमान साहा को लेकर प्रज्ञान ओझा का बयान भी आया है। प्रज्ञान ओझा के अनुसार रिद्धिमान साहा को एक बार फिर से टीम में शामिल किया जाना चाहिए।
स्पोर्ट्स टुडे से बातचीत करते हुए प्रज्ञान ओझा ने कहा कि बल्लेबाजी के कारण पिंक बॉल टेस्ट मैच में मैं ऋषभ पन्त को शामिल करने के पक्ष में था। मैंने सोचा था कि अगर वे खेलते हैं, तो अहम रन बनाएंगे। अब आप एक 36 वर्षीय खिलाड़ी के बारे में बात कर रहे हैं जिसने सिर्फ एक टेस्ट खेला है और टीम से बाहर करें, तो उन्हें पास यू-टर्न का कोई मौका नहीं होगा। इसलिए उन्हें एक मौका और मिलना चाहिए।
रिद्धिमान साहा रहे फ्लॉप
एडिलेड में खेले गए पिंक बॉल टेस्ट मैच के दौरान रिद्धिमान साहा दोनों पारियों में ही फ्लॉप रहे थे। उन्हें पहली पारी में बल्लेबाजी का मौका मिला लेकिन वह 9 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद दूसरी पारी में भी रिद्धिमान साहा महज 4 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। इस खेल के कारण ऋषभ पन्त को लाने की मांग ने जोर पकड़ा क्योंकि पन्त ने अभ्यास मैच में तूफानी शतक जड़ा था।
प्रज्ञान ओझा ने पृथ्वी शॉ के बारे में भी कहा कि उनकी जगह मैं शुभमन गिल को अंतिम एकादश में शामिल करने के पक्ष में हूँ। ओझा ने कहा कि वह पूरी तरह से इस टूर्नामेंट से बाहर हैं। वह मानसिक रूप से वहां नहीं है लेकिन रिद्धिमान साहा के साथ ऐसा नहीं है। ओझा ने कहा कि हां हम 36 रन पर आउट हो गए लेकिन आपको सीनियर खिलाड़ियों के ऊपर भरोसा दिखाना होगा।