बांग्लादेश के दाएं हाथ के तेज गेंदबाज मोहम्मद शरीफ ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया है। उन्होंने बांग्लादेश के लिए अपना आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मैच 17 साल पहले 2007 में खेला था। शरीफ बांग्लादेश के फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज हैं। उन्होंने अपने 20 साल से ज्यादा के घरेलू क्रिकेट में 393 विकेट चटकाए।
मोहम्मद शरीफ ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अपना डेब्यू साल 2000 में किया था। इसके बाद महज 17 साल की उम्र में ही उन्हें बांग्लादेश की टीम की तरफ से खेलने का मौका मिल गया और अप्रैल 2001 में उन्होंने अपना अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू किया। उन्होंने एक ही महीने में अपना वनडे और टेस्ट डेब्यू दोनों किया। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अच्छी शुरुआत के बाद वो चोटिल हो गए और 2002 में उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा। 2003 वर्ल्ड कप के बाद भारत और ऑस्ट्रेलिया में उनका ऑपरेशन हुआ और इसी वजह से उनके क्रिकेट करियर पर उसका काफी असर पड़ा। 9 महीने से भी ज्यादा समय के बाद उन्होंने वापसी तो जरुर की लेकिन 2007 के बाद वो आगे नहीं खेल पाए।
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क्रिकबज्ज के साथ बातचीत में शरीफ ने कहा कि मैंने क्रिकेट के सभी फॉर्म से संन्यास लेने का फैसला किया है। हालांकि मुझे लगता है कि मैं दो साल अभी और खेल सकता हूं। मैं आने वाले दिनों में बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के साथ काम करने के लिए उत्सुक हूं, क्योंकि इतने सालों में जो भी अनुभव मैंने हासिल किया है उसे मैं बताना चाहता हूं।
शरीफ ने आगे कहा कि कंधे की चोट उनके संन्यास का प्रमुख कारण रही। उन्होंने कहा कि कंधे की चोट की वजह से ही मुझे संन्यास लेने का फैसला करना पड़ा। बीप टेस्ट में मैंने 11 का स्कोर हासिल किया लेकिन मेरा कंधा 50-50 की पोजिशन में है। इसलिए मैं इस परिस्थिति में नहीं खेलना चाहता।