बांग्लादेश (Bangladesh) की टीम आठ साल के बाद जिम्बाब्वे (Zimbabwe) का दौरा करने के लिए तैयार है। वहां उन्हें एकमात्र टेस्ट मैच के अलावा वनडे और टी20 मैचों की सीरीज भी खेलनी है। सबसे पहले टेस्ट मैच होगा इसलिए दौरे को तीन चरणों के लिए डिजाइन किया गया है। बांग्लादेश के खिलाड़ियों को तीन चरणों में जिम्बाब्वे भेजा जा सकेगा।
यह टूर तीन चरणों में आयोजित किया जाएगा। पूरी श्रृंखला के यात्रा कार्यक्रम को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि बांग्लादेश अपने खिलाड़ियों को संबंधित श्रृंखला के लिए तीन चरणों में भेज सके। ऐसा यह सुनिश्चित करने के लिए किया गया है कि खिलाड़ी बायो-सिक्योर बबल के कारण मानसिक दबाव से प्रभावित न हों।
इसके अलावा जिम्बाब्वे के अधिकारियों ने एक छोटी क्वारंटीन अवधि पर सहमति व्यक्त की है। इसका मतलब है कि बांग्लादेश को एक दिन के लिए आइसोलेशन में रहना होगा और वह 7 जुलाई से बुलावायो के क्वीन्स स्पोर्ट्स क्लब में टेस्ट मैच खेलने से पहले अभ्यास मैच खेल सकते हैं। बांग्लादेश की टीम 29 जून को जिम्बाब्वे पहुंचने वाली है।
वार्म-अप गेम मेहमानोंके लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि उन्होंने मई 2021 में श्रीलंका के खिलाफ अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था। टेस्ट मैच के बाद 14 जुलाई को 50 ओवर का अभ्यास मैच और 16 जुलाई, 18 जुलाई और 20 जुलाई को तीन एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच होंगे।
29 जून को बांग्लादेश की टीम जिम्बाब्वे पहुँच जाएगी और इसके बाद उन्हें एक दिन के लिए क्वारंटीन में रहना होगा। इसके बाद टीम को अभ्यास और ट्रेनिंग की अनुमति मिल जाएगी। महज एक दिन के क्वारंटीन से बांग्लादेश की टीम को अभ्यास के लिए काफी समय मिल जाएगा।
वनडे क्रिकेट को लेकर बीसीबी के क्रिकेट ऑपरेशन मुखिया अकरम खान ने कहा कि हमें वनडे क्वारंटीन के बाद एक जुलाई से नियमित गतिविधियाँ करने का मौका मिलेगा।