क्रिकेट मुक़ाबलों में अंपायर का निर्णय जहां एक ओर मैच को सुखद और सुलझे मोड़ की ओर ले जाता है , वहीं कई बार अंपायर का एक गलत निर्णय उसी मैच में शांति भी भंग कर देता है। ऐसा ही एक वाकया बांग्लादेश और वेस्टइंडीज के बीच खेले गए टी20 मुकाबले में देखने को मिला।शनिवार को बांग्लादेश और वेस्टइंडीज के बीच खेली गई टी-20 सीरीज के आखिरी मैच में नो-बॉल की वजह से आठ मिनट तक बाधा उत्पन्न हुई। मैदान पर मौजूद अंपायर तनवीर अहमद की एक गलती के कारण खिलाड़ी और अंपायर के बीच करीब आठ मिनट तक बहस चलती रही। दरअसल, ओशेन थॉमस की गेंद पर लिटन दास का कैच शरफेन रदरफोर्ड ने पक़ड़ा जिसे अंपायर ने नो बॉल करार दिया। रीप्ले देखने पर पता चला कि यह गेंद नो बॉल नहीं थी। इससे पहले वाली गेंद भी अंपायर ने नो बॉल करार दे दी थी लेकिन वो भी नो बॉल नहीं थी। अब लगातर 2 गलत नो बॉल दिए जाने की वजह से वेस्टइंडीज के कप्तान कार्लोस ब्रैथवेट नाराज हो गए।इसके बाद ब्रैथवेट अंपायर से बहस करने लगे। नौबत यहां तक आ गई कि मैच रैफरी को भी बीच में आना पड़ा। वेस्टइंडीज के खिलाड़ी मैच पूरा करने के लिए तैयार नहीं थे और वह खेलने से मना कर रहे थे। इसके बाद लगभग 8 मिनट तक चली इस बहस का अंजाम कुछ नया नहीं निकला और लिटन दास क्रीज पर जमे रहे। अंत में कार्लोस ब्रैथवेट को मैच रेफरी की बात माननी पड़ी और मैच दोबारा शुरु हुआ।pic.twitter.com/MMPB0BSoKr— Mr Gentleman (@183_264) December 22, 2018बता दें कि शेर-ए-बांग्ला स्टेडियम में खेले गए तीसरे और आखिरी टी-20 मैच में मेजबान बांग्लादेश को 50 रनों से मात देकर सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली। पहले बल्लेबाजी करने उतरी विंडीज ने एविन लेविस की तूफानी पारी की मदद से 19.2 ओवरों में 190 रन बनाए थे। मेजबान टीम अच्छी शुरुआत के बाद भी लक्ष्य हासिल नहीं कर पाई और 17 ओवरों में 140 रनों पर ढेर हो गई। Get the trending news here.