बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के प्रेसिडेंट नजमुल हसन ने खिलाड़ियों को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि बांग्लादेश बोर्ड इस साल टी20 वर्ल्ड कप के बाद रोटेशन पॉलिसी अपनाएगा। बांग्लादेश के खिलाड़ी लगातार रोटेशन पॉलिसी पर जोर दे रहे हैं। उनका कहना है कि बायो-बबल काफी थकाने वाला है और इसकी वजह से लम्बे समय तक उन्हें अपनी फैमिली से भी दूर रहना पड़ता है। इसी वजह से रोटेशन पॉलिसी अपनाई जाए।
नजमुल हसन ने कहा कि रोटेशन पॉलिसी लागू करने के लिए बोर्ड को कोई ना कोई तरीका निकालना ही होगा। नवंबर-दिसंबर में पाकिस्तान की टीम दो टेस्ट और तीन टी20 मुकाबले के लिए बांग्लादेश का दौरा करने वाली है। इसके बाद टीम न्यूजीलैंड जाएगी जहां पर उन्हें पाकिस्तान सीरीज जितने ही मुकाबले खेलने हैं।
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बीसीबी चीफ ने रोटेशन पॉलिसी को लेकर बयान दिया और ये भी कहा कि अलग-अलग फॉर्मेट के लिए अलग टीमें भी हो सकती हैं। उन्होंने कहा,
टी20 वर्ल्ड कप के बाद हम रोटेशन पॉलिसी स्टार्ट करेंगे। हम अभी ऐसा नहीं कर सकते हैं और अगर बड़े लीग में हमें चुनौती पेश करनी है तो फिर अलग-अलग फॉर्मेट के लिए अलग-अलग टीमें बनानी ही होंगी। टेस्ट और वनडे की टीम एक जैसी नहीं रह सकती है। बड़ी टीमों के पास हर फॉर्मेट के लिए अलग-अलग टीमें होती हैं। इसीलिए उन्हें कोई दिक्कत ही नहीं होती है क्योंकि वो काफी सारे खिलाड़ियों को रेस्ट दे सकते हैं। लेकिन जहां तक हमारी टीम का सवाल है कुछ क्रिकेटर सभी फॉर्मेट्स में खेल रहे हैं। लेकिन मुझे लगता है कि टी20 वर्ल्ड कप के बाद हम अलग-अलग टीमें बना सकते हैं क्योंकि और कोई ऑप्शन हमारे पास नहीं है।
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