इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज कप्तान केविन पीटरसन (Kevin Pietersen) ने एशेज सीरीज (Ashes Series) में खिलाड़ियों के लगातार खराब परफॉर्मेंस को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि प्लेयर्स पर सवाल उठाना सही नहीं है।पीटरसन के मुताबिक इंग्लैंड को काउंटी क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले प्लेयर्स का चयन नहीं करना चाहिए बल्कि मजबूत कैरेक्टर वाले प्लेयर्स को सेलेक्ट करना चाहिए।
इंग्लैंड की टीम एशेज सीरीज में लगातार दो मुकाबले हार चुकी है और दोनों ही मैचों में उन्हें बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा है। गाबा में मिली हार के बाद एडिलेड में खेले गए डे-नाईट टेस्ट मैच में भी टीम को 275 रनों से शिकस्त झेलनी पड़ी। अब इंग्लैंड के ऊपर एशेज गंवाने का खतरना मंडराने लगा है। अगर टीम को इस सीरीज में जीत हासिल करनी हो तो फिर उन्हें अपने बचे हुए सारे मुकाबले जीतने होंगे जो काफी मुश्किल काम दिखाई देता है।
काउंटी और इंटरनेशनल क्रिकेट के बीच गैप काफी बड़ा है - केविन पीटरसन
ओली पोप, हसीब हमीद और रोरी बर्न्स जैसे प्लेयर लगातार फ्लॉप रहे हैं। इन खिलाड़ियों के बल्ले से बिल्कुल भी रन नहीं निकले हैं। हालांकि पीटरसन ने इनका बचाव किया है। केविन पीटरसन ने बेटवे में लिखे अपने कॉलम में कहा,
हसीब हमीद, ओली पोप या फिर किसी और के ऊपर उंगली उठाना सही नहीं है। इन खिलाड़ियों का चयन इसलिए किया गया क्योंकि काउंटी क्रिकेट में इन्होंने काफी रन बनाए थे। पिछले सीजन ओली पोप का काउंटी में औसत 78 का था और वो काफी जबरदस्त बल्लेबाजी कर रहे थे। इससे पता चलता है कि हमारे डोमेस्टिक स्ट्रक्चर में ही कमी है। जब तक ये सही नहीं हो जाता है तब तक काउंटी के आधार पर प्लेयर्स का चयन करने का कोई मतलब ही नहीं है। काउंटी क्रिकेट और टेस्ट मैच के बीच का गैप काफी बड़ा है।