भारतीय टीम के दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ashwin) का मानना है कि इंग्लैंड की तरह भारतीय टीम बैजबॉल स्टाइल में नहीं खेल सकती है। अश्विन के मुताबिक बैजबॉल भारतीय टीम के लिए काम ही नहीं करेगा। उन्होंने इसके पीछे बड़ी वजह बताई है। अश्विन के मुताबिक एक मैच हारने पर ही टीम में काफी ज्यादा बदलाव होने लगते हैं। अगर कोई बल्लेबाज हैरी ब्रूक की तरह आउट हो जाए तो हम उसे तुरंत प्लेइंग इलेवन से बाहर कर देंगे और इसी वजह से हम उस तरह से नहीं खेल सकते हैं।
दरअसल इंग्लैंड की टीम टेस्ट क्रिकेट में काफी आक्रामक अंदाज में खेलती है। अगर वो एक-दो मैच हार भी जाएं तब भी अपने एप्रोच में बदलाव नहीं करते हैं और टेस्ट मैचों में वनडे की तरह बल्लेबाजी करते हैं। उनके इस एप्रोच को 'बैजबॉल' नाम दिया गया है। कई सारे फैंस भारतीय टीम से भी इसी तरह से बल्लेबाजी की डिमांड करते हैं।
हम एक हार के बाद बदलाव करने लगते हैं - अश्विन
वहीं रविचंद्रन अश्विन के मुताबिक बैजबॉल एप्रोच टीम इंडिया के लिए काम नहीं करेगा। उन्होंने इसके पीछे बड़ी वजह बताई है। अश्विन ने कहा,
मान लेते हैं कि ट्रांजिशन फेज के दौरान भारतीय टीम बैजबॉल एप्रोच के साथ खेल रही है। सोचिए अगर एक खिलाड़ी धुआंधार बल्लेबाजी के चक्कर में अपना विकेट जल्दी गंवा देता है जैसै हैरी ब्रूक ने किया था और हम दो टेस्ट मैच हार जाते हैं तो फिर हम क्या करेंगे ? क्या हम अपने बैजबॉल एप्रोच और उस प्लेयर के ऊपर भरोसा जताएंगे ? हम ऐसा नहीं करेंगे और कम से कम चार खिलाड़ियों को प्लेइंग इलेवन से ड्रॉप कर देंगे। ये हमारा कल्चर रहा है। अगर किसी के लिए कोई तरीका सही जा रहा है तो हम उसे कॉपी नहीं कर सकते हैं। इंग्लैंड की टीम बैजबॉल एप्रोच के साथ इसलिए खेल पाती है क्योंकि उनके पास मैनेजमेंट का सपोर्ट है। सेलेक्टर्स प्लेयर्स को बैक करते हैं कि वो इस तरह से खेलें। यहां तक कि उनके फैंस भी उनको पूरी तरह से सपोर्ट करते हैं। हम ऐसा नहीं कर सकते हैं।