बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) ने गुरुवार को घोषणा करते हुए कहा है कि ढाका प्रीमियर लीग के प्रतिभागियों, खिलाड़ियों, क्लबों, अधिकारियों ने बायो बबल नियमों का उल्लंघन किया, तो उन्हें भारी दण्ड दिया जाएगा। टूर्नामेंट का आगाज 31 मई से होगा। कोरोना वायरस को देखते हुए बीसीबी ने बायो बबल के साथ इसका आयोजन कराने का निर्णय लिया है।
देश में बढ़ते कोरोना वायरस मामलों के बाद राष्ट्रीय क्रिकेट लीग को अनिश्चित काल के लिए स्थगित किया गया था और अब टी20 टूर्नामेंट को सुरक्षित रूप से आयोजित करने के लिए कई कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। बायो बबल उल्लंघन में जुर्माना लगाना भी उन क़दमों में से एक है।
12 प्रतिभागी टीमों के सदस्य 29 मई को शहर के चार होटलों सोनारगांव, फोर सीजन्स, इंटरकॉन्टिनेंटल और लक्षेशोर में अपने-अपने बबल में प्रवेश करेंगे। बीसीबी इन सुरक्षित प्रणालियों को स्थापित करने के लिए पूरे 6 करोड़ बांग्लादेशी टका खर्च करेगा।
बायो बबल तोड़ने पर जुर्माना
क्रिकेट कमिटी ऑफ़ ढाका मेट्रोपोलिस ने जोर देकर कहा कि महामारी के बीच क्लबों के वित्तीय बोझ को कम करने के लिए 10 लाख टका से अधिक कमाने वाले क्रिकेटरों को टूर्नामेंट के आगामी संस्करण के लिए 20 प्रतिशत वेतन कटौती का सामना करना पड़ेगा। कोरोना वायरस के कारण खर्चों को वहन करने के लिए ऐसा कदम उठाया गया है और खिलाड़ी भी इस कटौती के लिए तैयार हैं। बायो-बबल का उल्लंघन होने पर खिलाड़ियों/अधिकारियों के निलंबन सहित जुर्माने के अलावा पॉइंट्स भी काटे जा सकते हैं।
टूर्नामेंट से पहले लगभग 300 खिलाड़ियों, कोच और अधिकारियों का कोरोना टेस्ट किया गया है। इनमें से 9 का कोरोना परिणाम पॉजिटिव आया है। इन सभी को आइसोलेशन में भेज दिया गया है। 29 मई को खिलाड़ियों के बायो बबल में जाने से पहले भी एक बार फिर से कोरोना टेस्ट किया जाएगा। ढाका प्रीमियर लीग खत्म होने के बाद बांग्लादेश की टीम को जिम्बाब्वे दौरे पर जाना है।