BCCI Considers Lifting Saliva Ban IPL 2025: आईपीएल के 18वें सीजन की शुरुआत 22 मार्च से होने जा रही है। इस टूर्नामेंट के लिए बीसीसीआई ने पिछले कुछ नियमों में बदलाव किए हैं। अब बोर्ड एक एक बड़े नियम को बदलने की तैयारी में है। दरअसल, बीसीसीआई आईपीएल के आगामी सीजन में गेंद पर लार लगाने पर लगी रोक को हटाने की योजना बना रहा है। BCCI में इस प्रस्ताव पर विस्तार से चर्चा की गई है। गुरुवार को बीसीसीआई के हेडक्वार्टर में कप्तानों के साथ होने वाली अहम बैठक में इस प्रस्ताव को रखा जाएगा।
बता दें कि कोविड-19 से पहले गेंदबाज गेंद की शाइन बरकरार रखने के लिए लार का प्रयोग करते थे, लेकिन 2022 में महामारी फैलने के बाद एहतियात के तौर पर आईसीसी ने इसपर रोक लगा दी थी। बीसीसीआई ने आईपीएल में भी इस नियम को फॉलो किया था। इसके बाद प्लेयर्स पसीने के जरिए और कपड़ों पर रगड़कर ही गेंद को चमकाते हैं। लेकिन आईपीएल के नियम आईसीसी के दायरे से बाहर हैं।
गेंदबाज फिर से कर पाएंगे लार का प्रयोग?
बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई से कहा, 'कोविड-19 महामारी से पहले गेंद पर लार लगाना खेल का अहम हिस्सा हुआ करता था। अब कोविड-19 का खतरा नहीं है तो आईपीएल में गेंद पर लार लगाने पर लगा बैन हटाने में किसी तरह का खतरा नहीं है। हम समझते हैं कि रेड बॉल क्रिकेट में इसका ज्यादा प्रभाव होता है और व्हाइट बॉल के फॉर्मेट में भी इससे गेंदबाजों को थोड़ी मदद मिलती है। आईपीएल में इसकी अनुमति होनी चाहिए। देखते हैं कि कप्तान कल क्या तय करते हैं।'
अगर कप्तान बीसीसीआई के प्रस्ताव पर आपत्ति नहीं जताते तो IPL के आगामी सीजन में फिर से गेंदबाज लार का इस्तेमाल गेंद पर करते नजर आ सकते हैं। इससे आईसीसी को इस पर से बैन हटाने पर मजबूर हो सकता है।
बता दें कि इससे पहले कई खिलाड़ी लार पर लगे बैन को हटाने की मांग कर चुके हैं। इसमें मोहम्म्द शमी, वर्नन फिलैंडर और टिम साउदी जैसे खिलाड़ियों के नाम शामिल हैं। अगर ये बैन हटता है, तो इससे गेंदबाजों को काफी मदद मिलेगी।