भारतीय क्रिकेट बोर्ड और आईसीसी के बीच चल रहे नए रेवन्यू मॉडल विवाद को लेकर बीसीसीआई ने अपने हक़ की लड़ाई के लिए यूनाइटेड किंगडम की सबसे ऊंची कानूनी संस्था का सहारा लेकर आईसीसी को वैध रूप से नोटिस भेजने का मन बनाया है। टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार इस विवाद को लेकर बीसीसीआई ने पहले अपनी लीगल टीम और दूसरी स्टेट्स यूनिट्स के साथ दो कॉन्फ्रेंस कॉल्स रखी। दोनों के साथ इस विवाद को लेकर बातचीत हुई है। मेम्बर पार्टिसिपेशन एग्रीमेंट (MPA) को बिगाड़ने के लिए बीसीसीआई इससे पहले भी आईसीसी को पत्र लिख चुकी है। बीसीसीआई की तरफ से जून में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के खेलने की अटकले भी लग चुकी है। बीसीसीआई का कहना है कि आईसीसी ने बिना उसकी सलाह लिए एमपीए की शर्तों को बदला और नए रेवन्यू मॉडल को शुरू किया। जिसके खिलाफ बीसीसीआई ने नाराजगी जताई है। टाइम्स ऑफ़ इंडिया से बातचीत के दौरान एक पूर्व क्रिकेटर ने कहा है कि सवाल यह नहीं है की बीसीसीआई नोटिस भेजे या नहीं, जिस प्रकार सभी शर्तों का उलंघन करते हुए यह विवाद बढ़ा है, कानूनी रूप से नोटिस भेजा जाना चाहिए । सवाल यह है कि क्या बीसीसीआई नोटिस की प्रतिक्रिया को लेकर तैयार है। दरअसल यह सब मामला पिछले हफ्ते हुई आईसीसी की बैठक से शुरू होता है। जहां बीसीसीआई को 13-1 के जनमत से नए रेवन्यू मॉडल के लिए कहा गया। पूर्ण सदस्य देशों के साथ आईसीसी के अध्यक्ष को मिलाकर सभी मत भारत के खिलाफ गए। इसी विवाद को लेकर बीसीसीआई की सहमति पर आईसीसी को लीगल नोटिस भेजा जायेगा और इस पर पुनर्विचार करने को कहा जायेगा। इसके बाद कुछ नहीं होने पर बीसीसीआई इस मामले को सुलझाने की कोशिश करेगा। 2014 में यूके कोर्ट में बीसीसीआई और आईसीसी के बीच एमपीए एग्रीमेंट को रजिस्टर्ड किया गया था। जब आईसीसी के अध्यक्ष एन श्रीनिवासन हुआ करते थे। अगर बीसीसीआई इस विवाद को कानूनी रूप से सुलझाने की कोशिश करता है, तो उसको एमपीए के प्रति आईसीसी को नोटिस भेजना होगा। बीसीसीआई को भारत सरकार की तरफ से भी इस विवाद को सुलझाने के लिए मदद का इंतजार है। सूत्रों के मुताबिक यह बेहद गंभीर मामला है। बीसीसीआई के मुताबिक यह सिर्फ पैसों का मामला न होकर विश्व के सामने भारत के क्रिकेट की छवि की बात है। जिस पर बीसीसीआई कड़े रुख के साथ जमा रहेगा। जून में शुरू होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर भी भारतीय टीम के खेलने पर भी अभी संदेह बना हुआ है। आईसीसी को भेजे जाने वाले नोटिस का जवाब आने पर ही भारतीय टीम की चयन प्रक्रिया पूरी होगी। नोटिस भेजने के 30 दिनों के अन्दर जवाब मिलने की आशंका जताई जा रही है। इसी के चलते अभी बीसीसीआई ने भारतीय टीम के चयन पर रोक लगा रखी है।