खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थ्य के मद्देनजर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने शुक्रवार को कहा कि खिलाड़ियों के टीम में सेलेक्शन के लिए आयोजित होने वाले यो-यो टेस्ट (Yo-Yo Test) को कड़ा नहीं बनाया जाएगा।
भारतीय खिलाड़ियों के लिए टॉप-15 में जगह बनाने के लिए यो-यो टेस्ट अनिवार्य है, लेकिन पिछले कुछ समय में कई खिलाड़ी परीक्षण में पास नहीं हुए और उन्हें बाहर बैठना पड़ा।
बीसीसीआई ने हाल ही में घोषणा की है कि जो खिलाड़ी यो-यो टेस्ट पास नहीं करेगा, उसे इंडियन प्रीमियर लीग 2022 में खेलने की अनुमति नहीं मिलेगी।
बीसीसीआई अधिकारी ने एएनआई से कहा, 'नहीं, खिलाड़ियों के लिए यो-यो टेस्ट को कड़ा बनाने की हमारी कोई योजना नहीं है। इस समय काफी क्रिकेट खेली जा रही है और हम अपने खिलाड़ियों पर गैरजरूरी दबाव नहीं बनाना चाहते हैं।'
इस समय खिलाड़ियों के लिए थकान का सबसे बड़ा पहलू बायो-बबल है, जो कि उनके मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा रहा है। इस बात का ध्यान रखते हुए बोर्ड ने फैसला किया है कि वो खिलाड़ियों पर कोई अतिरिक्त दबाव नहीं डालेगा।
बता दें कि आईपीएल 2022 की शुरूआत 26 मार्च को हो रही है। टी20 लीग का उद्घाटन मुकाबला गत चैंपियन चेन्नई सुपरकिंग्स और कोलकाता नाइटराइडर्स के बीच खेला जाएगा। यह मुकाबला मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाएगा।
वॉर्न के संदेशों ने मैक्सवेल को डिप्रेशन से निपटने में मदद की
ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने खुलासा किया कि शेन वॉर्न की मौत से पहले उन्हें आखिरी संदेश क्या मिला था। महान स्पिनर का कुछ समय पहले दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह थाईलैंड में छुट्टिया मना रहे थे। शेन वॉर्न के निधन की खबर ने विश्व क्रिकेट में शोक की लहर दौड़ा दी है।
मैक्सवेल ने खुलासा किया कि जब वो डिप्रेशन से लड़ रहे थे तब शेन वॉर्न ने उन्हें संदेश भेजे थे। मैक्सवेल ने डिप्रेशन के कारण खेल से कुछ समय के लिए ब्रेक लिया था और अपने मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दिया।
इंटरव्यू के दौरान मैक्सवेल ने खुलासा किया कि कैसे शेन वॉर्न ने संदेशों के जरिये उनकी हालत के बारे में जानना चाहा। मैक्सवेल ने कहा, 'मैं असल में पीछे गया, उनके साथ अपने मैसेज देखें और यह ऐसी चीज है, जो मेरे साथ हमेशा रहेगी। उन्होंने अचानक मुझे संदेश भेजा- कल रात अच्छा खेले। कैसे हो? आप ठीक तो हैं?'