बीसीसीआई के अधिकारियों ने भारतीय टीम मैनेजमेंट से नाराजगी जाहिर की है। इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए दो प्लेयरों की मांग को लेकर बीसीसीआई भारतीय टीम मैनेजमेंट से खुश नहीं है। बीसीसीआई अधिकारियों ने कहा है कि ये मैनेजमेंट का काम नहीं है कि वो टीम सेलेक्ट करें या फिर किसी खास प्लेयर की मांग करें।
दरअसल भारतीय टीम मैनेजमेंट ने शुभमन गिल के चोटिल होने के बाद उनके रिप्लेसमेंट के लिए पृथ्वी शॉ और देवदत्त पडिक्कल की मांग की थी। पिछले कुछ हफ्ते से इसको लेकर लगातार खबरें सामने आ रही हैं। ये भी खबरें आईं कि भारतीय टीम के मैनेजर ने 28 जून को ही लेटर लिखकर दोनों खिलाड़ियों की मांग की थी। इसके बाद ये खबर आई कि टीम मैनेजमेंट ने किसी खास खिलाड़ी का नाम नहीं लिया था केवल रिप्लेसमेंट की मांग की थी। वहीं बाद में चेयरमैन ऑफ सेलेक्टर्स ने दोनों ही खिलाड़ियों को इंग्लैंड भेजने से मना कर दिया।
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बीसीसीआई अधिकारी के मुताबिक टीम मैनेजर ने प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया
इनसाइडस्पोर्ट में छपी खबर के मुताबिक बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि अगर टीम मैनेजर ने सेक्रेट्री या फिर एक्टिंग सीईओ को पत्र लिखा होता तो फिर ये मामला इतना तूल ना पकड़ता। एएनआई से बातचीत में अधिकारी ने कहा कि मैनेजर को प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए था और जय शाह या फिर हेमांग अमीन को लेटर लिखना चाहिए था। इससे कोई कंफ्यूजन की स्थिति ही नहीं रहती।
टीम मैनेजमेंट को चाहिए कि ब्रेक के बाद वो सीरीज पर फोकस करें। इस रिप्लेसमेंट को लेकर काफी बातें हो रही हैं। टीम मैनेजमेंट की तरफ से चेयरमैन ऑफ सेलेक्टर्स को जो मेल भेजा गया उससे काफी कंफ्यूजन की स्थिति पैदा हो गई। टीम मैनेजर ने बीसीसीआई के एक्टिंग सीईओ या सचिव के पास मेल करने की बजाय चेयरमैन ऑफ सेलेक्टर्स को मेल कर दिया। जब आप किसी टूर पर होते हैं तो फिर आपको किसी भी जरूरत के लिए सचिव या सीईओ को बताना होता है। आपको ये ध्यान में रखना चाहिए कि ये इंडियन टीम का टूर है कोई प्राइवेट टूर नहीं है। वहीं टीम सेलेक्ट करने का काम टीम मैनेजमेंट का नहीं है।
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