भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के लोकपाल विनीत सरन ने राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) के पूर्व स्पिनर अजीत चंदीला (Ajit Chandila) पर लगे प्रतिबंध को घटाकर सात साल कर दिया है। चंदीला पर 2013 के आईपीएल सीजन के दौरान भारत के पूर्व तेज गेंदबाज एस श्रीसंत (S Sreesanth) और अंकित चव्हाण (Ankeet Chavan) के साथ मिलकर स्पॉट फिक्सिंग में शामिल होने की वजह से लाइफटाइम का बैन लगा दिया गया था। इसकी वजह से भारतीय क्रिकेट को काफी बड़ा झटका लगा था, जिसने सुप्रीम कोर्ट को हस्तक्षेप करने और अपने संविधान को बदलने के लिए मजबूर कर दिया था।
बीसीसीआई श्रीसंत और चव्हाण के प्रतिबंध को पहले ही हटा चुका था। श्रीसंत अपनी टीम केरल के लिए खेले तभी थे। वहीं चव्हाण ने मुंबई में अपनी क्लब टीम के लिए खेलना शुरू किया। अपने आदेश में सरन ने लिखा,
यह मामला इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के क्रिकेट मैचों में स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों पर आरोपी के खिलाफ डेल पुलिस के स्पेशल सेल दर्ज केस क्राइम नंबर 20/2013 दिनांक 09.05.2013 का है। इस मामले की जांच के बाद बीसीसीआई ने आरोपी को 17.05.2013 से क्रिकेट के सभी एक्टिविटीज़ से निलंबित कर दिया था। आरोपी के खिलाफ शुरू की गई आपराधिक कार्यवाही के अलावा बीसीसीआई के द्वारा उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही भी शुरू की गई थी। इस तरह से आरोपी का 04.11.2019 वाला प्रतिनिधित्व स्वीकार किया जाता है और श्रीसंत और अंकित चव्हाण के साथ समानता प्रदान करने के लिए उसके अनुरोध को स्वीकार किया जाता है। बीसीसीआई अनुशासनात्मक समिति के 18.01.2016 वाले आदेश द्वारा उन पर लगाया गया आजीवन प्रतिबंध को कम करके 18.01.2016 से सात (7) वर्ष की अवधि के लिए किया जाता है।
2023 में खत्म हो गया चंदीला का बैन
इस आदेश के अनुसार अब अजीत चंदीला पर लगा बैन खत्म हो चुका है और वह क्रिकेट में वापसी कर सकते हैं। आपको बता दें कि 2017 में केरला हाई कोर्ट ने बीसीसीआई द्वारा श्रीसंत पर लगाए गए आजीवन प्रतिबंध को भी हटा दिया था। कोर्ट ने कहा था कि स्पॉट-फिक्सिंग स्कैंडल में श्रीसंत के शामिल होने के कोई पुख्ता सबूत नहीं हैं और इसलिए उन पर लगा लाइफटाइम बैन हटाया जाता है। श्रीसंत ने उसके बाद घरेलू क्रिकेट में वापसी की और कुछ मैच भी खेले। वह आईपीएल और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करना चाहते थे, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया और आखिरकार उन्होंने संन्यास का ऐलान कर दिया।