बीसीसीआई ने क्रिकेटरों के लिए रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) खेलना अनिवार्य कर दिया है। बोर्ड ने इशान किशन, क्रुणाल पांड्या और श्रेयस अय्यर जैसे क्रिकेटरों से कहा है कि वो जाकर अपने-अपने राज्य के लिए रणजी ट्रॉफी में हिस्सा लें।
दरअसल कई सारे क्रिकेटर इंडियन टीम में नहीं होने के बावजूद रणजी ट्रॉफी में नहीं खेल रहे थे। इशान किशन को लेकर सबसे ज्यादा सवालिया निशान है, क्योंकि उन्होंने अभी तक एक भी रणजी ट्रॉफी मैच में हिस्सा नहीं लिया है। वो पांड्या ब्रदर्स के साथ ट्रेनिंग कर रहे थे। हालांकि बीसीसीआई ने अब साफ कह दिया है कि जो खिलाड़ी टीम इंडिया का हिस्सा नहीं हैं और पूरी तरह से फिट भी हैं, उन्हें रणजी ट्रॉफी में खेलना ही होगा।
खिलाड़ियों को रणजी ट्रॉफी को भी महत्व देना होगा - बीसीसीआई ऑफिशियल
क्रिकबज्ज में छपी खबर के मुताबिक बीसीसीआई ने सभी खिलाड़ियों को एक ई-मेल किया है कि वो अपनी-अपनी टीमों के लिए रणजी ट्रॉफी खेलें। क्रिकबज्ज से बातचीत के दौरान एक बीसीसीआई अधिकारी ने कहा,
खिलाड़ी सिर्फ इंटरनेशनल क्रिकेट या आईपीएल को महत्व नहीं दे सकते हैं। उन्हें अपने आपको डोमेस्टिक क्रिकेट के लिए भी उपलब्ध रखना होगा। अपनी स्टेट टीमों के लिए उन्हें वो सम्मान दिखाना होगा।
आपको बता दें कि पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने कहा है कि जो युवा खिलाड़ी डोमेस्टिक क्रिकेट नहीं खेलते हैं, उनको इंडियन टीम में भी शामिल नहीं करना चाहिए। आकाश चोपड़ा के मुताबिक इन युवा प्लेयर्स को लगता है कि वो आईपीएल में खेलकर भारतीय टीम में जगह बना लेंगे, लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए। आकाश चोपड़ा ने अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा का उदाहरण दिया कि ये खिलाड़ी किस तरह से अभी भी रणजी ट्रॉफी में खेल रहे हैं।
हालांकि अब बीसीसीआई ने सभी क्रिकेटरों के लिए ये अनिवार्य कर दिया है कि जो खिलाड़ी इस वक्त भारतीय टीम का हिस्सा नहीं हैं, उन्हें रणजी ट्रॉफी के अगले राउंड में खेलना होगा।