भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने वीवो के साथ आईपीएल की टाइटल स्पॉन्सरशिप खत्म होने को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। सौरव गांगुली ने कहा कि वीवो के साथ करार खत्म होने से उन्हें ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है और ये बीसीसीआई के लिए एक मामूली झटका है।
शनिवार को एक वेबिनार में सौरव गांगुली ने कहा कि वीवो के साथ करार खत्म होने को मैं बहुत बड़ा आर्थिक नुकसान नहीं कहुंगा। ये केवल एक मामूली झटका है। बीसीसीआई का फाउंडेशन काफी मजबूत है। गेम, प्लेयर्स और अधिकारियों ने मिलकर इस लीग को बहुत बड़ा बना दिया है। इसी वजह से बीसीसीआई इन सब झटकों को आसानी से सह सकती है। बोर्ड के पास इस तरह की चीजों से निपटने के लिए हमेशा प्लान बी होता है।
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चाइनीज मोबाइल कंपनी वीवो ने आईपीएल के टाइटल स्पॉन्सरशिप से खुद ही हटने का फैसला लिया था। वीवो ने आईपीएल से हटने का फैसला भारत और चीन के बीच चल रहे हालिया विवाद को देखते हुए लिया था।
वीवो ने 2018 में आईपीएल के टाइटल स्पॉन्सरिशप के लिए बीसीसीआई के साथ 2199 करोड़ रुपए का करार किया था। ये एग्रीमेंट अगले 5 सालों तक के लिए था। हालांकि कोरोना वायरस के कारण आई आर्थिक मंदी और भारत और चीन के बीच बॉर्डर पर हुए तनातनी की वजह से वीवो ने खुद ही आईपीएल के इस सीजन से हटने का फैसला लिया।
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आईपीएल के नए टाइटल स्पॉन्सरशिप की रेस में कई ब्रांड हैं
वहीं आईपीएल के नए स्पॉन्सर के लिए ऑनलाइन क्लासेस कम्पनी अनअकैडमी (Unacademy) का नाम दौड़ में सबसे आगे बताया गया है। इसके अलावा भी कई अन्य कम्पनियों के नाम भी लिस्ट में शामिल होने की बात सामने आ रही है। आधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि नहीं हुई है। वहीं अमेजोन, बायजूस, Dream 11 और My Circle 11 के नाम भी स्पॉन्सरशिप की दौड़ में बताए जा रहे हैं। ऐसी भी खबरें आई है कि विवो की तुलना में इनसे बीसीसीआई को कम राशि प्राप्त होगी। हालांकि आधिकारिक रूप से चीजें टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही सामने आएगी।