इंडियन प्रीमियर लीग (Indian Premier League) के अगले एडिशन में दो और फ्रेंचाइजी को जोड़ा जाएगा। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने दो आईपीएल (IPL) टीमों की बेस प्राइस 2000 करोड़ रुपए तय की है। बोर्ड को उम्मीद है कि जब बोली लगना शुरू होगी तो यह बढ़कर 5000 करोड़ तक जाएगी।
वैसे, शुरूआत में तो बेस प्राइस 1700 करोड़ रुपए तय की गई थी, लेकिन बाद में इसका दाम बढ़ाया गया और इसे बढ़ाकर 2000 करोड़ कर दिया गया। नीलामी में फ्रेंचाइजी को शामिल होने के लिए 75 करोड़ रुपए का दस्तावेज खरीदना पड़ेगा।
इस दस्तावेज को खरीदने के लिए वो ही कंपनी योग्य है, जिसका सालाना टर्नओवर 3000 करोड़ से ज्यादा हो। बीसीसीआई के एक सूत्र ने अपना नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा, 'कोई भी कंपनी नीलामी दस्तावेज 75 करोड़ रुपए देकर खरीद सकती है। पहले शीर्ष अधिकारियों में सोचा था कि बेस प्राइस 1700 करोड़ रुपए रखी जाए, लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 2000 करोड़ रुपए कर दिया गया।'
उन्होंने आगे कहा, 'बीसीसीआई को उम्मीद है कि आईपीएल टीम खरीदार से 5000 करोड़ रुपए तक जरूर मिलेंगे। आईपीएल के अगले सीजन में 74 मैच होना है और यह हर किसी के लिए जीत वाली स्थिति है।'
सूत्र ने यह भी बताया कि तीन बिजनेस कंपनी एकजुट होकर भी संयुक्त रूप से टीम के लिए बोली लगा सकती हैं। उन्होंने कहा, 'मेरे ख्याल से तीन से ज्यादा बिजनेस कंपनी को कंसोरटियम बनाने की अनुमति नहीं है। मगर तीन बिजनेस एकजुट होकर संयुक्त रूप से टीम के लिए बोली लगाना चाहें, तो उनका स्वागत है।'
IPL की नई फ्रेंचाइजी पुणे, अहमदाबाद या लखनऊ में स्थापित हो सकती है
फ्रेंचाइजी खरीदने के लिए कई बिजनेस फर्म दौड़ में शामिल हैं। अडानी ग्रुप, आरपीजी संजीव गोयनका, फार्मासिटिक कंपनी टोरेंट और एक बैंक सभी आईपीएल में अपनी उपस्थिति की दौड़ में हैं।
जहां तक शहर की बात है, जिसमें फ्रेंचाइजी अपना आधार बनाएंगी, उसमें अहमदाबाद का नरेंद्र मोदी स्टेडियम और लखनऊ का एकाना स्टेडियम दौड़ में सबसे आगे है।
आखिरी बार आईपीएल में 10 टीमें एक दशक पहले थी, जब टूर्नामेंट का चौथा संस्करण था। कोच्चि टस्कर्स और पुणे वॉरियर्स इंडिया फ्रेंचाइजी उस समय नई टीम के रूप में जुड़ी थी।