Guatam Gambhir rift with Rohit Sharma or Ajit Agarkar: भारत को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खराब प्रदर्शन के कारण पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-3 से हार का सामना करना पड़ा और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी गंवानी पड़ी। इस दौरे के दौरान यह भी खबरें आईं कि हेड कोच गौतम गंभीर और कप्तान रोहित शर्मा के बीच मनमुटाव हो गया है, साथ ही इनके बीच बातचीत भी नहीं हो रही है। वहीं हालिया रिपोर्ट्स में ये भी दावा किया गया कि भारतीय टेस्ट टीम की उपकप्तनी को लेकर गंभीर और अगरकर एकमत नहीं हैं, जिससे दोनों के बीच तकरार की स्थिति बन गई है। हालांकि, अब इन सभी चीजों का बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने खंडन किया है और उन्होंने कहा है कि गंभीर का रोहित या फिर अगरकर के साथ कोई मनमुटाव नहीं है।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रोहित शर्मा का बल्ला नहीं चला था और वह सिर्फ 31 रन ही बना पाए थे। इसी वजह से माना जा रहा था कि आखिरी टेस्ट से गौतम गंभीर उन्हें ड्रॉप कर देंगे लेकिन फिर रोहित ने खुद ही टीम से बाहर होने का फैसला किया। वहीं सिडनी टेस्ट से पहले दोनों के बीच ज्यादा बातचीत भी होते नहीं देखी गई। इसी वजह से मनमुटाव की खबरों को बल मिला।
राजीव शुक्ला ने मनमुटाव की खबरों को फैलाने के मीडिया को लगाई फटकार
बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने गौतम गंभीर के रोहित शर्मा या फिर अजीत अगरकर के साथ मनमुटाव की खरबों को निराधार बताया। उन्होंने कहा:
"चीफ सिलेक्टर (अजीत अगरकर) और कोच के बीच कोई मतभेद नहीं है, कप्तान और कोच के बीच कोई मतभेद नहीं है। यह सब बकवास है जो मीडिया के एक वर्ग में फैलाया जा रहा है।"
रोहित शर्मा ने कप्तानी पर नहीं दिया जोर
हाल ही में बीसीसीआई की मीटिंग हुई और मीडिया में बताया गया कि रोहित शर्मा ने कहा है कि उन्हें बतौर कप्तान समय मांगा है और इस दौरान बोर्ड से नए कप्तान को खोजने को कहा है। साथ ही उन्होंने नए कप्तान का पूरा समर्थन देने की बात भी कही। इसको लेकर भी राजीव शुक्ला ने प्रतिक्रिया दी और कहा कि रोहित ने ऐसा कुछ नहीं कहा है और वह अभी भी टीम के कप्तान हैं। शुक्ला ने कहा:
"यह भी गलत है कि रोहित ने कप्तानी पर जोर दिया है। वह कप्तान हैं। फॉर्म या फॉर्म की कमी खेल का हिस्सा और पार्सल है। ये चरण हैं, कुछ भी नया नहीं है। जब उन्होंने देखा कि वह आउट ऑफ फॉर्म हैं तो उन्होंने पांचवें टेस्ट से खुद को बाहर कर लिया।"