श्रीलंका क्रिकेट (Sri Lanka Cricket) ने बल्लेबाज भानुका राजपक्सा पर क्रिकेट के सभी प्रारूपों से एक साल का बैन लगा दिया है। भानुका राजपक्सा को इससे पहले जांच के बाद दो साल के लिए निलंबित किया गया था और 5,000 अमेरिकी डॉलर का जुर्माना लगाया गया था। राजपक्सा ने सोशल और अन्य मीडिया इंटरव्यू में पेश होने के दौरान खिलाड़ी अनुबंध 2019-20 के दायित्वों का उल्लंघन किया था और इसी वजह से उन पर बैन लगाया गया है।
हालांकि, भविष्य के दौरों पर ध्यान देने के साथ, राजपक्सा को जैव-सुरक्षित वातावरण के तहत, वर्तमान में कोलंबो में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले 13 सदस्यीय स्क्वॉड में शामिल किया गया है। राष्ट्रीय चयन के लिए आवश्यक शर्तों में से एक फिटनेस टेस्ट पास करने के बाद राजपक्सा योग्य हो गए। उनके कल बायो-बबल में शामिल होने की उम्मीद है। हालांकि, यह समझा जाता है कि एसएलसी दो साल तक उनके व्यवहार की निगरानी करेगा और अगर वह उस अवधि में प्रोटोकॉल (एस) का पालन करने में विफल रहते हैं तो उन्हें एक वर्ष का प्रतिबंध सौंप दिया जाएगा।
भानुका राजपक्सा लगातार श्रीलंका की टीम से बाहर होने के बाद विरोध कर रहे थे और हाल ही में उन्होंने ये भी कहा था कि इंग्लैंड दौरे के लिए उन्हें श्रीलंका टीम का हिस्सा होना चाहिए। राजपक्सा के बयान के बाद मिकी आर्थर को भी इस बारे में सफाई देनी पड़ी, जिन्होंने आइलैंड अखबार को बताया कि हालांकि राजपक्सा के पास शानदार हिटिंग योग्यता है, उन्हें खराब क्षेत्ररक्षण, और खराब फिटनेस और वजन प्रबंधन के कारण बाहर किया गया।
भारत के खिलाफ आगामी सीरीज में श्रीलंका दूसरे दर्जे की टीम उतार सकता है
श्रीलंका टीम का एकतरफ लगातार खराब प्रदर्शन जारी है। टीम को इंग्लैंड में टी20 और वनडे दोनों ही सीरीज में करारी हार मिली है। वहीं दूसरी तरफ कुछ खिलाड़ियों का बोर्ड के साथ केंद्रीय अनुबंध को लेकर विवाद जारी है और अगर ये खिलाड़ी अनुबंध स्वीकार नहीं करते हैं तो फिर श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड 13 जुलाई से भारत के खिलाफ होने वाली सीरीज के लिए दूसरे दर्जे की टीम का चयन करना सकता है।