श्रीलंका (Sri Lanka Cricket team) के बल्लेबाज भानुका राजपक्षा (Bhanuka Rajapaksha) ने राष्ट्रीय क्रिकेट बोर्ड को सौंपे संन्यास का पत्र वापस ले लिया है। श्रीलंका क्रिकेट (SLC) ने अपने बयान में इसकी पुष्टि की है।
पिछले सप्ताह, राजपक्षा ने पारिवारिक कारणों का हवाला देते हुए तत्काल प्रभाव से इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लिया था। एसएलसी ने 5 जनवरी को प्रकाशित आधिकारिक विज्ञिप्त में राजपक्षा के इस्तीफे की पुष्टि की थी।
अपने संन्यास पत्र में राजपक्षा ने लिखा था, 'मैंने एक खिलाड़ी, पति के रूप में अपनी स्थिति पर बहुत सावधानी से विचार किया है और पितृत्व और संबंधित पारिवारिक दायित्वों को देखते हुए यह निर्णय ले रहा हूं।' भानुका राजपक्षा ने एक इंटरव्यू में चयन नीति पर सवाल खड़े करके काफी सुर्खियां हासिल की थी। तब उन्हें फिटनेस चिंता के चलते टीम से बाहर किया गया था और बाद में एक साल के लिए प्रतिबंधित किया गया।
हालांकि, खेल मंत्री नमल राजपक्षा ने 9 जनवरी को बाएं हाथ के बल्लेबाज को संन्यास के अपने फैसले पर पुर्नविचार करने को कहा। 12 फरवरी को उनकी खेल मंत्री के नमल राजपक्षे साथ मुलाकात हुई और 13 फरवरी को उन्होंने संन्यास से वापसी की घोषणा कर दी। श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के सचिव मोहन डिसिल्वा ने भी उनकी संन्यास से वापसी की आधिकारिक तौर पर पुष्टि कर दी है।
भानुका राजपक्षा का करियर
30 वर्षीय राजपक्षा के अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत पाकिस्तान दौरे पर 2019 में हुई थी। उन्होंने लाहौर में टी20 डेब्यू किया था। वह टी20 विश्व कप 2021 में श्रीलंका की टीम का हिस्सा थे और उन्होंने 155 रन बनाये थे। उन्होंने श्रीलंका के लिये पांच वनडे और 18 टी20 खेलकर 409 रन बनाये। वहीं उन्होंने भारत के खिलाफ जुलाई 2021 में वनडे करियर का आगाज किया था।
साल 2010 में अंडर-19 वर्ल्ड कप में वो श्रीलंका की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे। उन्हें सीनियर टीम में एंट्री करने के लिए 10 साल लंबा इंतजार करना पड़ा। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मौका नहीं मिलने के कारण उनके लिए दुनियाभर की विभिन्न टी20 लीग के दरवाजे खुले थे।