विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में न्यूजीलैंड (New Zealand) से भारत (India) की आठ विकेट की हार को सजी हुई बल्लेबाजी इकाई की एक विफलता के रूप में देखा जा रहा है। भारतीय बल्लेबाज विपक्षी टीम के लिए कोई खतरा पैदा करने में विफल रहे क्योंकि वे अपनी पहली और दूसरी बल्लेबाजी पारी में क्रमशः 217 और 170 रन पर आउट हो गए। भुवनेश्वर कुमार (Bhuvenshwar Kumar) को टीम में शामिल नहीं किये जाने को लेकर भी सवाल खड़े हुए थे। पूर्व इंग्लिश कप्तान नासिर हुसैन (Nasser Hussain) का मानना है कि भुवी को इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए टीम में शामिल करना चाहिए।
हुसैन ने साउथैम्पटन टेस्ट में कमेंट्री के दौरान कहा था कि भुवनेश्वर को इंग्लैंड सीरीज के लिए बुलाया जाना चाहिए। हालांकि उन्हें चोट की चिंता है, भले ही वह भारत के लिए दो या तीन टेस्ट खेल सकें, लेकिन टीम को काफी फायदा होगा। परिस्थितियां उनके अनुकूल होंगी और हम सभी ने देखा कि कैसे टीम एक सच्चे स्विंग गेंदबाज की कमी महसूस कर रही है।
भुवनेश्वर कुमार का अच्छा है रिकॉर्ड
भुवनेश्वर कुमार के पक्ष में एक चीज यह भी जाती है कि उन्हें इंग्लिश परिस्थितियाँ अच्छी तरह से भाती हैं। इंग्लैंड की पिचों पर भारतीय गेंदबाज के नाम कुल 19 विकेट हैं। इस दौरान भुवनेश्वर ने दो बार टेस्ट क्रिकेट में पांच विकेट होल भी लिया है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि वे इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में किस तरह बेहतर साबित हो सकते हैं।
हालांकि वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल मैच में भारत के लिए मोहम्मद शमी ने कुछ स्विंग दर्शाई लेकिन भुवी को उनसे भी ज्यादा स्विंग प्राप्त हो सकती थी। न्यूजीलैंड के गेंदबाजों ने स्विंग के दम पर ही भारतीय टीम को दो बार कम स्कोर पर आउट कर मैच अपनी झोली में डाल लिया था। उस समय फैन्स ने भी भुवनेश्वर कुमार को याद किया था।