क्रिकेट के मैदान पर अगर आपको कोई सबसे व्यस्त खिलाड़ी देखने को मिलेगा तो वो होता है टीम का कप्तान। जिसके ऊपर सबसे ज्यादा दबाव होता है। क्रिकेट का फॉर्मेट चाहे कोई भी, इस खिलाड़ी को हमेशा मैच के दौरान एक नयी रणनीति के साथ तैयार रहना होता है। जब एक टीम मैच में जीत हासिल करती है तो उसका सारा श्रेय कप्तान के साथ पूरी टीम को दिया जाता है। लेकिन यही टीम जब हार का सामना करती है तो हार का सबसे पहला कारण कप्तान से पूछा जाता है।
क्रिकेट इतिहास में अभी तक कई ऐसे दिग्गज खिलाड़ी हुए हैं, जिन्होनें एक कप्तान और एक अच्छे बल्लेबाज दोनों की भूमिका बखूबी निभाई है। मौजूदा समय विराट कोहली उसका एक बेहतर उदहारण हैं। कप्तान के तौर पर आपकी टीम के प्रति जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। आज इस आर्टिकल में हम कप्तानी करते हुए खेली 5 सबसे बड़ी पारियों के बारे में जिक्र करेंगे।
1. वीरेंदर सहवाग (219 बनाम- वेस्टइंडीज)
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी वीरेंदर सहवाग की छवि हमेशा एक विस्फोटक बल्लेबाज की रही है। जो हर मैच में बाउंड्री के जरिये अपना खाता खोलने के लिए जाने जाते थे। वनडे में कप्तानी करते हुए सबसे बड़ी पारी खेलने का रिकॉर्ड भी सहवाग के नाम दर्ज है। उस मैच के कप्तान के रूप में 219 रनों की ये पारी सहवाग ने दिसंबर 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ इंदौर में खेली थी।
मैच में टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवरों में 418/5 रन बनाए थे। भारत की ओर से सहवाग ने इसमें 219 रनों का योगदान दिया था। इस पारी में सहवाग ने 149 गेंदों का सामना करते हुए 25 चौके और 7 छक्के लगाए थे। सहवाग ने भारत के लिए 12 वनडे मैचों में कप्तानी की थी, जिसमें से भारत को 7 मैचों में जीत और 5 में हार मिली।
2. रोहित शर्मा (208* बनाम- श्रीलंका)
भारत के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा के नाम वनडे में तीन दोहरे शतक हैं। इनमें से उनका एक दोहरा शतक कप्तानी करते हुए आया है। रोहित ने मोहाली (दिसंबर, 2017) के मैदान पर श्रीलंका के विरुद्ध कप्तानी करते हुए 208 रनों की नाबाद पारी खेली थी।
अपनी इस पारी में रोहित ने 12 छक्के और 13 छक्के जड़े थे, और इस दौरान उन्होंने 153 गेंदें खेली थी। इस मुकाबले में टीम इंडिया ने श्रीलंका को 141 रनों से मात दी थी। रोहित ने भारत के लिए 10 मैचों में कप्तानी करते हुए 543 रन बनाए हैं जिसमें 2 शतक और 2 अर्धशतक लगाए हैं।
3. सनथ जयसूर्या (189 बनाम- भारत)
श्रीलंकाई दिग्गज बल्लेबाज सनथ जयसूर्या ने 1998-2003 तक श्रीलंका टीम के कप्तान की भूमिका निभाई थी। इस दौरान उन्होंने 118 (66 जीत, 47 हार, 2 टाई, 3 बेनतीजा) मैचों में श्रीलंका के लिए कप्तानी की। अक्टूबर 2010 में शारजाह के मैदान पर जयसूर्या ने भारत के खिलाफ 189 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली थी। अपनी पारी में जयसूर्या ने 21 चौके और 4 छक्के जड़े थे। मैच में श्रीलंका ने 50 ओवर खेलते हुए 299/5 रन बनाए थे। जिसके जवाब में टीम इंडिया 54 रनों पर सिमट गई थी।
4. सचिन तेंदुलकर (186* बनाम- न्यूजीलैंड)
सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट की दुनिया का भगवान कहा जाता है, जिनके नाम क्रिकेट जगत तमाम बड़े रिकॉर्ड्स हैं। तेंदुलकर ने भारत के लिए 73 मुकाबलों में कप्तानी की थी। इसी दौरान उन्होंने अपने वनडे करियर की कप्तान के तौर पर सबसे बड़ी पारी खेली।
186 रनों की ये नाबाद पारी तेंदुलकर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ नवंबर 1999 में हैदराबाद में खेली थी। मैच में तेंदुलकर ने 150 गेंदों का सामना करते हुए 20 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 186* रन बनाए थे। भारत ने इस मुकाबले में न्यूजीलैंड को 174 रनों के विशाल अंतर से शिकस्त दी थी।
5. सर विवियन रिचर्ड्स (181 बनाम- श्रीलंका)
वेस्टइंडीज़ के पूर्व खिलाड़ी और कप्तान विवियन रिचर्ड्स 181 रनों की ये पारी हमारी इस सूची में पांचवें स्थान पर हैं। रिचर्ड्स वेस्टइंडीज के दूसरे ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होनें सबसे ज्यादा मैचों(105) में टीम का नेतृत्व किया हो। रिचर्ड्स ने ये पारी 1987 वर्ल्ड कप में श्रीलंका के खिलाफ कराची के मैदान पर खेली थी।
जिसमें उन्होंने 125 गेंदों का सामना किया और 16 चौके और 7 गंगनचुंबी छक्के जड़े थे। रिचर्ड्स की इस पारी की बदौलत वेस्टइंडीज ने श्रीलंका को इस मुकाबले में 191 रनों से मात दी थी।