भारत (India) के ऑस्ट्रेलिया (Australia) दौरे के सीमित ओवर क्रिकेट में मेजबान टीम ने एकदिवसीय श्रृंखला 2-1 से जीती और उसी अंतर से टी20 सीरीज़ हार गई। उसके बाद, एडिलेड में 17 दिसंबर को 4 मैचों की टेस्ट श्रृंखला शुरू हुई। पिंक बॉल टेस्ट में भारत को करारी हार का सामना करना पड़ा, लेकिन विराट कोहली की अनुपस्थिति के बावजूद, अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) की कप्तानी में, बॉक्सिंग डे टेस्ट में वापसी हुई। कई युवा खिलाड़ियों ने भारतीय टीम के लिए धाकड़ खेल दिखाया और टेस्ट सीरीज जिताई। वॉशिंगटन सुंदर (Washington Sundar) उनमें से एक थे और उन्होंने अपने डेब्यू टेस्ट को लेकर अहम बातें कही हैं।
स्पोर्ट्स टुडे से बातचीत में वॉशिंगटन सुंदर ने कहा कि मैं वनडे सीरीज के दौरान वहां था और ऑस्ट्रेलिया की जमीन पर अपने कौशल में सुधार करने के लिए मुझे अद्भुत अवसर मिला। निश्चित तौर पर मैं इसके लिए टीम प्रबन्धन को धन्यवाद देना चाहूँगा। मुझे गाबा टेस्ट मैच की प्लेइंग इलेवन में शामिल करने का पता एक या दो दिन पहले चला। प्रेशर था लेकिन उससे भी ज्यादा उत्साह मेरे अंदर था। भारत के लिए क्रिकेट खेलने की फीलिंग अलग होती है। मैं प्लेइंग इलेवन प् पार्ट बनकर गाबा के मैदान पर उतरने के लिए उत्साहित था। यह बेहद शानदार रहा और सपना पूरा होने जैसा था।
वॉशिंगटन सुंदर ने की थी बेहतर गेंदबाजी
सुंदर ने कहा कि मैं वहां सही जगह गेंद डालना चाहता था और वही किया। स्मिथ का विकेट मिलने से पहले तीन ओवर मेडन गए थे। मेरा ध्यान सही जगह गेंद डालना था। इससे मुझे मदद मिली और स्मिथ का विकेट हासिल करना एक अच्छी फीलिंग थी। जिस तरह वह बैटिंग कर रहे थे, मैंने उस पार्टनरशिप को तोड़ दिया और मैं इसके लिए खुश था।
उल्लेखनीय है कि पहली बार खेलते हुए वॉशिंगटन सुंदर ने बेहतरीन स्पिन गेंदबाजी करने के अलावा बल्लेबाजी में भी अपने हाथ दिखाए और अर्धशतकीय पारी खेलते हुए भारतीय टीम के लिए टेस्ट जिताने में अपना अहम योगदान दिया। उनकी पारी के कारण कंगारू टीम ज्यादा बड़ी बढ़त हासिल नहीं कर पाई।