ऑस्ट्रेलियाई टीम मैदान में अपने आक्रामक तेवरों के लिए जानी जाती है। रिकी पोंटिंग की अगुवाई में एक समय ऑस्ट्रेलियाई टीम लगभग अपराजेय थी। उस टीम में ब्रेट ली, ग्लेन मैक्ग्रा, मैथ्यू हेडन, एडम गिलक्रिस्ट और माइकल बेवन जैसे विश्व स्तरीय खिलाड़ी थी जो अकेले दम पर मैच जिताने की क्षमता रखते थे। वहीं दूसरी तरफ भारतीय टीम भी कंगारुओं को कड़ी टक्कर देती थी और उनमें भी सचिन तेंदुलकर को आउट करना ऑस्ट्रेलिया के लिए काफी मुश्किल होता था। ऑस्ट्रेलिया की टीम स्लेजिंग के लिए जानी जाती थी लेकिन सभी लोग तेंदुलकर को स्लेज करने से कतराते थे और इसका एक बड़ा उदाहरण पूर्व दिग्गज गेंदबाज ब्रेट ली ने दिया है।
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ब्रेट ली ने एक वाकये का जिक्र किया है, जब ग्लेन मैक्ग्रा ने उनसे कहा था कि सचिन तेंदुलकर से बात मत करना नहीं तो पूरे दिन मुश्किल में रहोगे। स्टार स्पोर्ट्स के क्रिकेट कनेक्टेड शो में ब्रेट ली बताया कि ग्लेन मैक्ग्रा हमेशा नए खिलाड़ियों को कहा करते थे कि सचिन से बात मत करना, नहीं तो तुम पूरे दिन दर्द में रहोगे। हम अपनी बॉलिंग मीटिंग में यही चर्चा करते थे कि सचिन से कुछ नहीं कहना है।
एक और दिग्गज गेंदबाज सकलैन मुश्ताक ने पीटीआई से बातचीत में बताया कि जब उन्होंने पहली बार सचिन तेंदुलकर की स्लेजिंग की थी तो वो काफी युवा खिलाड़ी थे। उन्होंने कहा कि अगर मैं सही हूं तो शायद वो 1997 की सीरीज थी, जब पहली बार मैंने सचिन को स्लेज किया था। इसके बाद वो मेरे पास आए और कहा कि मैंने तुम्हारे साथ कोई बुरा व्यवहार नहीं किया तो तुम मेरे साथ क्यों कर रहे हो। इसके बाद मैं झेंप गया कि अब उनसे क्या कहूं।