भारत (India) और ऑस्ट्रेलिया (Australia) वर्तमान में सिडनी में तीसरे टेस्ट मैच में शामिल हैं लेकिन ब्रिस्बेन में चौथे टेस्ट के आयोजन पर संदेह नई ऊंचाइयों पर पहुंच गया है। टीम इंडिया ब्रिस्बेन में निर्धारित किए गए बेहद सख्त क्वारंटीम प्रोटोकॉल के साथ कभी भी सहज नहीं थी। इंडिया टुडे की रक रिपोर्ट के अनुसार ब्रिस्बेन टेस्ट पर संशय है।
भारतीय दल अन्य प्रोटोकॉल शर्तों के लिए सहमत हो गए हैं, उन्होंने एक-दूसरे से होटल के कमरों में मिलने में सक्षम होने के लिए कहा है। ब्रिस्बेन में नियम अपने कमरे में एक खिलाड़ी को पूरी तरह से अलग रहने की मांग करते हैं। बीसीसीआई इस मुद्दे पर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के साथ लगातार बातचीत कर रहा है और भारत का यह सवाल गैर-समझौतावादी लगता है।
ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड राज्य में एक नई हार्ड लॉकडाउन की घोषणा के साथ चौथे टेस्ट मैच आयोजन को लेकर एक बार फिर से संशय पैदा हुआ है। ब्रिस्बेन में नए कोरोना मामलों के लिए शुक्रवार शाम 6 बजे से लॉकडाउन लगाकर सोमवार तक के लिए रखा जा सकता है। क्वीन्सलैंड सरकार का कहना है कि इस नए फैलाव को रोकने के लिए हम जल्दी ही सब कुछ करने वाले हैं। क्वीन्सलैंड के प्रीमियर का कहना है कि यह अविश्वसनीय रूप से गंभीर है। हम घोषणा कर रहे हैं कि ग्रेटर ब्रिस्बेन क्षेत्र एक हॉटस्पॉट है और मैं अपने सहयोगियों से अन्य न्यायालयों से भी ग्रेटर ब्रिस्बेन को एक हॉटस्पॉट घोषित करने के लिए कह रहा हूं।
ऑस्ट्रेलिया और भारत की टीमों को 12 जनवरी को ब्रिस्बेन के लिए निकलना है। और अगर वहां लॉकडाउन जैसी स्थिति रहती है, तो सीरीज का चौथा और अंतिम टेस्ट मैच भी सिडनी में ही आयोजित करने की मजबूरी हो सकती है। हालांकि इस बारे में अंतिम निर्णय क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया तथा बीसीसीआई को मिलकर लेना होगा। कोरोना के नए फैलाव से ब्रिस्बेन टेस्ट खतरे में कहा जा सकता है।