टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने क्रिकेट में कप्तानी के महत्व को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि कप्तान ही अकेला कोई मैच या टूर्नामेंट नहीं जिताता है, बल्कि उसमें सभी खिलाड़ियों का पूरा योगदान होता है। गंभीर के मुताबिक कप्तानी को इतना बढ़ा-चढ़ाकर पेश नहीं करना चाहिए।
गौतम गंभीर ने कुछ दिनों पहले ही कहा था कि वर्ल्ड कप 2011 में मिली जीत के लिए क्रेडिट अकेले धोनी को नहीं दिया जाना चाहिए, बल्कि पूरी टीम को इसका श्रेय मिलना चाहिए। अब एक बार फिर गौतम गंभीर ने वही चीज दोहराई है।
टीम अच्छी होगी तभी कप्तान कुछ कर पाएगा - गौतम गंभीर
जी न्यूज पर बातचीत के दौरान गौतम गंभीर ने कहा कि कप्तान को ही सारा श्रेय नहीं मिलना चाहिए। उन्होंने कहा,
कप्तानी को काफी ज्यादा बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाता है। अगर कप्तान ही सबकुछ करता तो फिर इंडियन टीम अभी तक सारे वर्ल्ड कप का टाइटल जीतती। कप्तान एक मैच नहीं जिता सकता है, वर्ल्ड कप तो बहुत दूर की बात है। अगर ऑस्ट्रेलिया ने इतने सारे वर्ल्ड कप जीते हैं तो उसमें उनके खिलाड़ियों का काफी योगदान रहा है। आप ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों को अगर देखें तो वो काफी जबरदस्त थे। अगर एक कप्तान को खराब खिलाड़ी दे दिए जाएं तो फिर वो टीम अच्छा नहीं कर पाएगी। कप्तान के साथ उन 10 खिलाड़ियों को भी देखा जाना चाहिए।
आपको बता दें कि इससे पहले एबी डीविलियर्स ने भी कहा था कि वर्ल्ड कप में एक टीम की जीत होती है ना कि कप्तान की जीत होती है। उन्होंने अपने यू-ट्यूब चैनल पर बातचीत के दौरान कहा,
क्रिकेट एक टीम गेम है। ऐसा नहीं है कि सिर्फ एक खिलाड़ी वर्ल्ड कप जीतता है। एम एस धोनी ने वर्ल्ड कप नहीं जीता था, भारत ने जीता था। इसलिए इस चीज को ध्यान में रखना चाहिए और भूलना नहीं चाहिए। बेन स्टोक्स ने 2019 के वर्ल्ड कप में अकेले ट्रॉफी नहीं उठाई थी, वो इंग्लैंड की टीम ने जीता था।