CPL17: जानबूझकर नो बॉल फेंकने के लिए किरोन पोलार्ड की हो रही जमकर आलोचना

कैरेबियन प्रीमियर लीग के 30वें मुकाबले में सेंट किट्स एंड नेविस पेट्रियट्स की टीम ने बारबाडोस ट्राईडेंट्स को 10 विकेट से हरा दिया। जीत के लिए मिले 129 रनों के लक्ष्य को सेंट किट्स की टीम ने महज 7 ओवरों में ही हासिल कर लिया। सेंट किट्स की तरफ से सलामी बल्लेबाज एविन लेविस ने 11 छक्कों और 6 चौकों की मदद से 32 गेंदों पर नाबाद 97 रन बनाए। एविन लेविस मात्र 3 रन से अपना शतक पूरा करने से चूक गए वो ऐसा कर सकते थे अगर बारबाडोस के कप्तान किरोन पोलार्ड ने जानबूझकर नो बॉल नहीं फेंकी होती। पेट्रियट्स की टीम को जब 8वें ओवर में जीत के लिए महज 1 रन चाहिए थे तो लेविस को अपना शतक पूरा करने के लिए 3 रनों की जरुरत थी वो 97 रन पर खेल रहे थे। लेविस 8वें ओवर की पहली गेंद पर चौका या छक्का लगाकर अपना शतक पूरा कर सकते थे लेकिन पोलार्ड ने नो बॉल फेंक दी। जिससे पेट्रियट्स की टीम मैच जीत गई और लेविस को शतक पूरा करने का मौका नहीं मिला। यहां देखें वीडियो

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मैच के बाद लेविस ने 100 रन नहीं बना पाने पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि '100 रन के करीब पहुंचकर शतक से चूकने पर दुख हुआ लेकिन 33 गेंदों पर नाबाद 97 रन बनाकर मैं खुश हूं। किसी और दिन मैं शतक बना लूंगा'। एविन लेविस को पूरा यकीन है कि टूर्नामेंट के नॉकआउट मैचों में भी उनका शानदार फॉर्म जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि ' मैं गेंद को अच्छी तरह से हिट कर रहा हूं। मुझे अपनी बल्लेबाजी को लेकर अब पूरा विश्वास है और मैं प्लेऑफ की तैयारी कर रहा हूं। आपको बता दें ये पहला मौका नहीं है जब किसी बल्लेबाज को शतक से रोकने के लिए नो बॉल फेंका गया हो। इससे पहले 2010 में भारत और श्रीलंका के बीच एकदिवसीय मैच के दौरान ऐसा हुआ था। तब भारतीय बल्लेबाज वीरेंदर सहवाग को शतक बनाने से रोकने के लिए श्रीलंका के गेंदबाज सूरज रणदीव ने नो बॉल फेंकी थी। सहवाग 99 रनों पर खेल रहे थे लेकिन सूरज रणदीव के नो बॉल फेंकने की वजह से वो अपना शतक नहीं पूरा कर सके थे। इस घटना के बाद श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने सूरज रणदीव को एक मैच के लिए सस्पेंड कर दिया था साथ ही उनको ऐसा करने की सलाह देने वाले तिलकरत्ने दिलशान की पूरी मैच फीस काट ली गई थी।

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