'श्रीलंका दौरे पर नेट गेंदबाज के रूप में जाने पर भी मुझे ख़ुशी होती'

चेतन सकारिया
चेतन सकारिया

18 जुलाई से शुरू हुए श्रीलंका दौरे के लिए प्रमुख खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में भारतीय टीम एक नयी टीम के साथ इस दौरे पर आयी थी। आईपीएल और घरेलू स्तर पर अच्छा करने वाले कई खिलाड़ियों को श्रीलंका दौरे के लिए चुना गया था और इसी कड़ी में तेज गेंदबाज चेतन सकारिया का भी नाम आता है, जिन्होंने इसी दौरे पर पहले वनडे डेब्यू किया था और अब उन्हें कल टी20 डेब्यू का भी मौका मिला। उन्होंने अपने डेब्यू टी20 में 34 रन खर्च कर एक सफलता हासिल की। चेतन सकारिया ने टी20 डेब्यू के बाद के बाद अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि देश का प्रतिनिधित्व करने से बेहतर और कोई चीज नहीं हो सकती है।

पहले टी20 डेब्यू के बाद क्रुणाल पांड्या के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद उनके संपर्क में आने वाले खिलाड़ियों को भी आइसोलेशन में रहने के लिए कहा गया था और इसमें दीपक चाहर भी शामिल थे। चाहर के ना खेलने पर टीम मैनेजमेंट ने चेतन सकारिया को डेब्यू का मौका दिया।सकारिया के अलावा रुतुराज गायकवाड़, देवदत्त पडीक्कल और नितीश राणा को ने भी कल अपने टी20 करियर की शुरुआत की।

चेतन सकारिया ने मैच के बाद अन्य डेब्यू करने वाले भारतीय खिलाड़ियों के साथ तस्वीर ट्वीट कर उसमें लिखा कि आप जिस चीज से प्यार करते हैं उसे करते हुए अपने देश का प्रतिनिधित्व करने से बेहतर क्या है...

'श्रीलंका दौरे पर नेट गेंदबाज के रूप में जाने पर भी मुझे ख़ुशी होती'

श्रीलंका दौरे पर वनडे और टी20 डेब्यू करने वाले सकारिया का मानना है कि अगर उन्हें इस दौरे पर बतौर नेट गेंदबाज भी आने का मौका मिलता तो भी उन्हें ख़ुशी होती।

सकारिया ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से बातचीत के दौरान कहा कि मैं एक नेट गेंदबाज के रूप में श्रीलंका में जाकर खुश होता, इसलिए यह एक बड़ा आश्चर्य है। आईपीएल में, मुझे लगा कि मैंने अपनी उम्मीदों को पार कर लिया है। शुरू में, मुझे लगा कि मुझे अपनी बारी का इंतजार करना पड़ सकता है (राजस्थान रॉयल्स में), लेकिन एक बार जब मैं कैंप में आया, जिस तरह का विश्वास सभी ने मुझ पर दिखाया, मुझे वाइब्स मिल गए कि मैं शुरू करूंगा ।

गौरतलब है कि चेतन सकारिया के लिए पिछले कुछ समय काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है। उन्होंने पहले अपने भाई को खो दिया था। इसके बाद जब वो आईपीएल में राजस्थान के लिए डेब्यू सीजन में अपनी सफलता का आनंद उठा रहे थे, उसी के बाद उनके पिता का कोरोना की वजह से देहांत हो गया था। हालांकि काफी मुश्किलों के बावजूद इस गेंदबाज ने अपने लक्ष्य पर काम करना जारी रखा और भारत के लिए खेलने की उपलब्धि हासिल की।

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