आईपीएल (IPL) का आयोजन 2008 से नियमित रूप से हो रहा है और यह क्रिकेट जगत का सबसे बड़ा घरेलू टी20 टूर्नामेंट बन चुका है। इस लीग में खेलने का सपना सभी खिलाड़ी देखते हैं लेकिन उनमें से कुछ का ही सपना पूरा हो पता है। हालाँकि, कुछ बड़े नाम ऐसे हुए हैं, जिन्हें लीग में लगातार खेलने का मौका नहीं मिला और ऐसा ही एक नाम भारतीय टेस्ट बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) का है, जो आखिरी बार 2021 में आईपीएल का हिस्सा बने थे। पुजारा को 2014 के बाद किसी टीम ने खरीदा था और उन्हें बीच में अनसोल्ड होने की वजह से कई सीजन मिस करने पड़े। हालाँकि, इस भारतीय बल्लेबाज को इस चीज का बिलकुल भी मलाल नहीं है।
चेतेश्वर पुजारा के पास बड़े हिट लगाने की काबिलियत नहीं थी, जिसकी जरूरत छोटे फॉर्मेट में होती है, वहीं उनका स्ट्राइक रेट भी काफी कम रहता था। इसी वजह से उन्होंने अभी तक 2010 से 2014 के बीच 5 ही आईपीएल सीजन खेले और उसके कई सालों बाद, चेन्नई सुपर किंग्स ने आईपीएल 2021 के लिए अपने साथ जोड़ा लेकिन पूरे सीजन पुजारा बेंच पर ही बैठे रहे और उन्हें एक भी मुकाबला नहीं खिलाया गया।
भारत के लिए 5 वनडे खेलने वाले भारतीय दिग्गज बल्लेबाज का मानना है कि उनमें हमेशा से सीमित ओवरों के फॉर्मेट में खेलने की क्षमता थी, लेकिन उन्हें आईपीएल से चूकने का अफ़सोस नहीं है। टाइम्स ऑफ़ इंडिया से बात करते हुए, दाएं हाथ के बल्लेबाज ने कहा :
टी20 पूरी तरह से अलग प्रारूप है और मुझे हमेशा लगता है कि मेरे अंदर छोटे प्रारूप में खेलने की क्षमता है। मैं जब भी घरेलू और काउंटी क्रिकेट में खेला हूं तो मैंने अच्छा प्रदर्शन किया है। मुझे बुरा नहीं लगा, लेकिन कई बार ऐसा होता है जब मैं आईपीएल से बाहर हो जाता हूं, लेकिन वर्तमान में, मैं काउंटी क्रिकेट खेल रहा हूं, जिससे मुझे काफी मदद मिली है। उन परिस्थितियों का अनुभव होने से मुझे अपने खेल में सुधार करने में मदद मिली है।
रॉयल लंदन वनडे कप के पिछले सीजन में चेतेश्वर पुजारा ने दिखाई थी तूफानी बल्लेबाजी
पुजारा ने पिछले साल काउंटी क्रिकेट से भारतीय टेस्ट टीम में वापसी की थी और इसके बाद, उन्होंने रॉयल लंदन वनडे कप में धाकड़ खेल दिखाया था और सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में दूसरे नंबर पर रहे थे। उन्होंने नौ मैचों में 89.14 के लाजवाब औसत और 111.62 के ताबड़तोड़ स्ट्राइक रेट से 624 रन बनाये थे, जिसमें तीन शतक और दो अर्धशतक भी शामिल थे।