भारतीय टीम के दिग्गज बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) पिछले काफी समय से खराब फॉर्म से गुजर रहे थे लेकिन बल्लेबाज ने काउंटी चैंपियनशिप में शानदार वापसी की है। पुजारा ने तीन मैचों में दो दोहरे शतक और एक शतक लगाकर अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया है। पुजारा के शानदार प्रदर्शन के बाद उनके पिता और कोच अरविन्द पुजारा ने खुलासा किया कि नियमित मैच प्रैक्टिस के कारण ही बल्लेबाज को ससेक्स के लिए अच्छा करने में मदद मिली। उन्होंने यह भी जिक्र किया कि कोविड के दौरान दिग्गज बल्लेबाज को नियमित प्रैक्टिस का मौका नहीं मिला था।
भारत के लिए 95 टेस्ट मैचों में 6500 से अधिक रन बना चुके चेतेश्वर पुजारा को इसी साल खराब प्रदर्शन के कारण टेस्ट टीम से बाहर कर दिया गया था। इसके बाद उन्होंने कुछ रणजी मैच खेले और फिर काउंटी क्रिकेट की तरफ रूख किया।
पुजारा के पिता ने एनडीटीवी स्पोर्ट्स के हवाले से कहा,
मुझे लगता है कि गेम टाइम की कमी एक बड़ी वजह थी कि वह पिछले तीन सत्रों में लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सका। जब आप ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की तरह खेलते हैं, तो आपको अपने खेल में शीर्ष पर रहना होगा क्योंकि आपको घरेलू स्तर की तरह शायद ढीली गेंदें नहीं मिलती हैं। बड़ी लड़ाई के लिए तैयार होने के लिए घरेलू स्तर पर खेलने के लिए उसके पास पर्याप्त गेम नहीं थे। मुझे लगता है कि उच्चतम स्तर पर इसी वजह से उसकी निरंतरता प्रभावित हुई।
इंग्लैंड के दौरे पर पुजारा की नजर
भारतीय टीम को इस साल इंग्लैंड के दौरे पर जाना है और पिछली सीरीज का बकाया एक टेस्ट भी खेला जाना है। ऐसे में पुजारा के बल्ले से जिस तरह से रन आ रहे हैं, उन्हें फिर से टीम में वापस चुना जा सकता है। हालांकि सौराष्ट्र के बल्लेबाज को अपनी इस फॉर्म को आगामी काउंटी मैचों में भी बरकरार रखना होगा, तभी जाकर टीम में वापसी हो सकती है।