भारतीय टीम (Indian Team) के सीनियर खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने बल्ले से धमाकेदार वापसी की है। उन्होंने इंग्लैंड के काउंटी क्लब ससेक्स के लिए डेब्यू करते हुए नाबाद दोहरा शतक जमाया है। डर्बीशायर के खिलाफ खेलते हुए पुजारा ने क्रीज पर टिककर बैटिंग की। यह मुकाबला ड्रॉ समाप्त हो गया।
पहली पारी में फ्लॉप रहने के बाद पुजारा ने दूसरी पारी में अपने अनुभव को झोंकते हुए धाकड़ पारी खेली। ससेक्स के लिए डेब्यू करते हुए पुजारा दूसरे दिन अपनी पहली पारी में 15 गेंदों पर छह रन बनाकर आउट हो गए, उनकी टीम डर्बीशायर के 505 के जवाब में 56.3 ओवर में 174 रन पर सिमट गई। हालांकि भारतीय बल्लेबाज ने दूसरी पारी में शानदार प्रदर्शन किया और 387 गेंदों में नाबाद 201 रनों की नाबाद पारी खेली। उनकी पारी में 23 चौके लगे थे।
पुजारा ने टीम के कप्तान टॉम हैंस (243) के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 351 रनों की बड़ी साझेदारी की। उनकी टीम ससेक्स को भी इससे बड़ा फायदा हुआ और स्कोर 513 रन तक पहुँच गया। इस भागीदारी के कारण मुकाबला ड्रॉ समाप्त हो गया।
दक्षिण अफ्रीका दौरे पर खराब फॉर्म के बाद पुजारा को भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया था। उनको श्रीलंका के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज के लिए टीम में शामिल नहीं किया गया था। उनके साथ अजिंक्य रहाणे भी थे। उनको भी बाहर कर दिया गया। इसके बाद दोनों ने घरेलू टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी में खेलते हुए कुछ अच्छी पारियां खेली। हालांकि पुजारा रणजी ट्रॉफी में पूरी तरह से अपनी लय में नहीं दिखे।
काउंटी क्रिकेट में जाकर उन्होंने अपने बल्ले से एक बार फिर से बेहतरीन पारी खेलते हुए लम्बे समय तक क्रीज पर टिके रहे। शतक के बाद भी पुजारा की एकाग्रता बनी रही और वह दोहरा शतक बनाने में सफल रहे।